महाराष्ट्र: नागपुर में 15 मार्च से कोरोना लॉकडाउन, केस में बढ़ोतरी के बाद फैसला
नई दिल्ली | महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी के बाद नागपुर के शहरी इलाके में 15 मार्च से पूरी तरह से लॉकडाउन लगा दिया जाएगा। जिले के प्रभारी मंत्री नितिन राउत ने गुरुवार को कहा है कि शहरी इलाके में 15 से 21 मार्च तक पूर्ण लॉकडाउन लगाया जाएगा। केवल आवश्यक सेवाएं जारी रहेंगी। इससे पहले पिछले महीने से ही सात मार्च तक जिले के सभी स्कूल, कॉलेज, कोचिंग संस्थान बंद कर दिए गए थे। वहीं, बाजारों को शनिवार और रविवार को खोलने की अनुमति थी, लेकिन अब पूरी तरह से लॉकडाउन का ऐलान कर दिया गया है।राज्य में पहले से ही सामाजिक, राजनीतिक और धार्मिक कार्यक्रमों में जमावड़े पर रोक लगी हुई है।
महाराष्ट्र में बुधवार को कोरोना वायरस संक्रमण के इस साल एक दिन में सबसे अधिक 13,659 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 2252057 हो गई। स्वास्थ्य अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि 54 और रोगियों की मौत के बाद मृतकों की कुल संख्या 52,610 हो गई है। वहीं, नागुपर में कोरोना वायरस संक्रमण के अभी तक कुल 243726 मामले सामने आ चुके हैं। जिले में इस महामारी से अभी तक 4,877 लोगों की मौत हुई है।
राज्य में पिछले साल आठ अक्टूबर को कोरोना वायरस संक्रमण के 13,395 मामले सामने आए थे। उसके बाद से संक्रमण के दैनिक मामलों में गिरावट देखी जा रही थी। बुधवार को 9,913 लोगों के ठीक होने के बाद संक्रमण से उबरने वाले लोगों की संख्या 20,99,207 हो गई है। राज्य में उपचाराधीन रोगियों की संख्या 99,008 है। मुंबई में कोविड-19 रोगियों की संख्या बढ़कर 3,37,134 हो गई है। और पांच रोगियों की मौत के बाद मृतकों की संख्या 11,515 तक पहुंच गई है।
तेजी से जांच करने और पाबंदियों का कड़ाई से अमल करने के निर्देश
कोविड-19 के मामलों में तीव्र वृद्धि पर रोकथाम के लिए महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग ने करीबी संपर्को की जांच, संक्रमितों के बेहद करीब आने वालों की पहचान, तेजी से उनकी जांच, हॉटस्पॉट में सघन जांच और मौतों के ऑडिट समेत सात सूत्री कार्ययोजना बनाई है। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डॉ. प्रदीप व्यास ने इस संबंध में तीन मार्च को सभी जिला प्रशासनों को पत्र भेजा था और उन्हें इन बिंदुओं पर तत्काल कदम उठाने का निर्देश दिया गया है। कार्ययोजना में सामाजिक, राजनीतिक एवं धार्मिक जमावड़ों के सिलसिले में दिशानिर्देशों का कड़ाई से पालन करने तथा लोगों को कोविड-19 संक्रमण रोधक आचरणों का पालन करने के वास्ते प्रेरित करने के लिए नागरिक समाज एवं धार्मिक नेताओं को साथ लेने की बात भी कही गई है।