2019 वर्ल्ड कप फाइनल विवाद / रॉस टेलर ने कहा- वनडे में सुपर ओवर नहीं होना चाहिए, फाइनल टाई होने पर दोनों टीमें ट्रॉफी शेयर करें
न्यूजीलैंड के बल्लेबाज रॉस टेलर का कहना है कि अगर वनडे वर्ल्ड कप का फाइनल टाई हो जाता है, तो ट्रॉफी शेयर करने से परहेज नहीं करना चाहिए। उनका मानना है कि वनडे में सुपर ओवर जरूरी नहीं।
पिछले साल इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच हुआ वर्ल्ड कप फाइनल टाई रहा था। इसके बाद सुपर ओवर हुआ, जब वो भी टाई रहा, तो बाउंड्री काउंट नियम के तहत फैसला हुआ और ज्यादा बाउंड्री लगाने की वजह से इंग्लैंड को विजेता घोषित किया गया। हालांकि, इस नियम की बाद में खूब आलोचना हुई। इसके बाद आईसीसी को इसे बदलना पड़ा।
सुपर ओवर का नया नियम आईसीसी टूर्नामेंट में लागू होगा
नए नियम के मुताबिक, अगर फाइनल और सेमीफाइनल मैच टाई होता है, तो सुपर ओवर तब तक जारी रहेगा, जब तक नतीजा न निकल जाए। ये नियम आईसीसी टूर्नामेंट में लागू होगा।
ज्वाइंट विनर घोषित करना सही: टेलर
टेलर ने ईएसपीएन क्रिकइन्फो से कहा, ‘‘मैं अभी भी वनडे क्रिकेट में सुपर ओवर के नियम से सहमत नहीं हूं। मुझे लगता है कि वनडे क्रिकेट लंबा फॉर्मेट है, इसलिए टाई होने में कोई परेशानी नहीं। टी-20 में, इस पर अमल करना सही है, लेकिन वनडे में सुपर ओवर जरूरी है। मुझे लगता है कि आपके पास एक ज्वाइंट विनर हो सकता है। ’’
‘वर्ल्ड कप फाइनल में जो हुआ वह निराशाजनक’
वनडे क्रिकेट की लंबाई को देखते हुए टेलर को लगता है कि टाई सही नतीजा है। टेलर कहते हैं, ‘‘वर्ल्ड कप के दौरान मुझे सुपर ओवर के नियम के बारे में सही में नहीं पता था। मैं तो अंपायरों के पास यह कहने चला गया कि कितना बढ़िया खेल रहा। आखिर में जो हुआ वह निराशाजनक था।’’
न्यूजीलैंड सुपर ओवर में 8 से 7 बार हारी
टेलर ने आगे कहा कि वनडे में 100 ओवर खेलने के बाद भी अगर कोई नतीजा नहीं निकल पा रहा, तो दोनों टीमों को संयुक्त रूप से विजेता घोषित करें। कीवी बल्लेबाज सुपर ओवर नियम के इसलिए भी खिलाफ हैं, न्यूजीलैंड टीम का सुपर ओवर रिकॉर्ड अच्छा नहीं है। न्यूजीलैंड की टीम सुपर ओवर में 8 में से 7 बार हारी है।
26 बाउंड्री लगाने वाला इंग्लैंड विजेता बना था
2019 में हुए वर्ल्ड कप फाइनल में सुपर ओवर खेला गया। वर्ल्ड कप इतिहास में ऐसा पहली बार ही हुआ था। यह भी पहली बार हुआ, जब मैच और सुपर ओवर, दोनों टाई हुए। न्यूजीलैंड ने पहले 241 रन बनाए थे। इंग्लैंड की टीम 241 रन पर ही ऑलआउट हो गई थी। सुपर ओवर में इंग्लैंड ने 15 रन बनाए थे।
न्यूजीलैंड ने इस लक्ष्य की बराबरी तो कर ली, लेकिन जीत के लिए जरूरी एक अतिरिक्त रन नहीं बना पाई थी। इसके बाद बाउंड्री काउंट नियम लागू हुआ। पूरे मैच में इंग्लैंड ने 26 और न्यूजीलैंड ने 17 बाउंड्री लगाईं। ज्यादा बाउंड्री लगाने की वजह से इंग्लैंड को विजेता घोषित किया गया।