अभी रोजाना लग रहे 15 लाख टीके, दिसंबर तक टार्गेट पूरा करने के लिए इसे बढ़ाकर 34 लाख करना होगा
नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा है कि दिसंबर तक सभी भारतीयों को कोविड का टीका लगा दिया जाएगा. विपक्ष पर भी हमला करते हुए कहा कि वह कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण अभियान से संबंधित मामलों का राजनीतिकरण करने की कोशिश कर रहा है. इसके लिए विपक्ष को माफी मांगनी चाहिए.
केंद्रीय मंत्री का दावा- दिसंबर तक सबको वैक्सीन
केंद्रीय मंत्री के दावे के बाद सवाल उठ रहे हैं कि क्या वाकई में ऐसा संभव है? क्या सरकार के पास दिसंबर तक सभी भारतीयों को टीका लगाने की कोई योजना है या फिर ऐसे दावे जनता का ध्यान भटकाने के लिए किए जा रहे हैं? दरअसल देश में टीकाकरण की रफ्तार को लेकर सरकार की ओर से भले ही बड़े बड़े दावे किए जा रहे हों लेकिन एक सच्चाई यह भी है कि 22 मई तक देश में 19.50 करोड़ लोगों को ही कोरोना की वैक्सीन लग पायी है. यह संख्या पहली और दूसरी डोज़ मिलाकर है.
कोरोना पर काबू के लिए 70% आबादी को टीका जरूरी
बता दें देश की कुल करीब 138 करोड़ की आबादी में 18 से 44 साल के करीब 60 करोड़ लोग हैं. वहीं 45 साल से ऊपर से 44 करोड़ लोग हैं. देश की 32 करोड़ आबादी की उम्र 18 साल से कम है. यानी यह वो वर्ग है जिसके टीकाकरण की अभी इजाजत नहीं दी गयी है. एक्सपर्ट की मानें पर कोरोना पर काबू करने के लिए करीब 70% आबादी को एक साल को एक साल के भीतर वैक्सीन दोनों डोज़ देनी होंगी.
वर्तमान रफ्तार से दिसंबर तक 31 करोड़ को ही टीका
इस हिसाब से करीब 70 करोड़ लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज़ देनी जरूरी हैं. देश में वर्तमान में टीकारण की औसत रफ्तार रोजोना 15 लाख डोज़ है. लेकिन 70 करोड़ लोगों को दिसंबर तक वैक्सीन लगाने के लिए देश में बिना किसी छुट्टी के रोजोना 34 लाख डोज़ देनें पड़ेंगे. वर्तमान रफ्तार से ही अगर टीकाकरण हुआ तो दिसंबर तक सिर्फ 31 करोड़ लोगों को ही वैक्सीन लग पाएगी.
दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीन निर्माता, सिर्फ 3.8% आबादी को लगा टीका
वहीं अगर 18 से 45 साल के 60 करोड़ और 45 साल से ऊपर के 44 करोड़ लोगों जोड़ दें तो यह संख्या 104 करोड़ हो जाती है. इस पूरी आबादी को दिसंबर तक वैक्सीन लगाने के लिए रोजोना करीब 50 लाख डोज़ देनी पड़ेंगी. भारत दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीन निर्माता है लेकिन इसके बावजूद अभी तक भारत की सिर्फ 4.16 करोड़ जनता को वैक्सीन की पूरी डोज़ लगी हैं. यह भारत की पूरी आबादी का सिर्फ 3.8 प्रतिशत है.
अमेरिका में तेजी से हो रहा वैक्सीनेशन, राष्ट्रपति ने हटाया मास्क
बता दें कि अमेरिका ने अपनी करीब 40% आबादी को वैक्सीन की दोनों डोज़ लगवा दी हैं. इतना ही नहीं अमेरिका में 12 साल तक के बच्चों का टीकाकरण भी शुरू हो गया है. यही कारण कि खुद अमेरिकी रााष्ट्रपति बाइडेन बिना मास्क के नजर आए और लोगों को भी मास्क का उपयोग ना करने के लिए कहा, हालांकि अमेरिका में अभी भी मेडिकल एक्सपर्ट का कहना है कि मास्क का नियम अभी खत्म नहीं करना चाहिए.
वैक्सीन का उत्पादन भी बड़ी समस्या, अभी बन रहे सिर्फ 9 करोड़ डोज़
देशभर में सभी को वैक्सीन लगाने के लिए वैक्सीन उत्पादन भी बड़ी समस्या है. जानकारी के मुताबिक देश में अभी हर महीने करीब नौ करोड़ वैक्सीन का उत्पादन हो रहा है. इसे लगातार बढ़ाने के भी प्रयास हो रहे हैं. लेकिन इस रफ्तार से अगर वैक्सीन का उत्पादन हुआ तो दिसंबर तक करीब 63 करोड़ वैक्सीन का ही उत्पादन हो पाएगा, जिसे सिर्फ 31 करोड़ लोगों को ही दिया जा सकेगा.