कोरोना महामारी में ये काम जरूर करें
विश्वव्यापी कोविड महामारी ने एक बात तो हम सभी को समझा दी कि जीवन की कोई निश्चितता नही है। इस कोरोना से हमने कई प्रियजनों को खोया है। पर इस महामारी से क्या हमने कुछ सीखा?
जो लोग दुनिया छोड़ चले गए उनका परिवार आगे की व्यवस्थाएं कैसे मैनेज करेगा ? व्यक्ति के जाने या यूं ही कहें घर के कर्ताधर्ता के जाने के बाद परिवार पर कई तरह के संकट आ जाते हैं। इस महामारी में कुछ बातें ध्यान रखने के लिये बहुत जरूरी है।
1. 50 वर्ष से ऊपर के व्यक्ति अपनी will/वसीयत जरूर बनाये। इससे उनके उत्तराधिकारी, पत्नी बच्चो को आपके नाम की प्रॉपर्टी ट्रांसफर कराने में अधिक समस्या नही होती।
2. आपने जो भी जीवन बीमा लिए हुए है, उनके पालिसी डॉक्यूमेंट एक फ़ाइल में लगा कर, एक डायरी में सबकी डिटेल लिख कर रखे। वह डायरी अपनी पत्नी या कम से कम घर के किसी एक समझदार सदस्य की जानकारी में रखे।
3. इसी तरह डायरी में सब बैंक खातों, लाकर आदि की डिटेल भी रखे। इसके साथ ही अपने इन्वेस्टमेंट, म्यूच्यूअल फण्ड, शेयर आदि की जानकारी भी लिखे।
4. इसके लिये आप उन लोगों के नाम व मोबाइल न भी लिख दें जिनसे आपके परिवारजन आकस्मिक स्थिति में मदद ले सके और उंन्हे अनावश्यक इधर उधर भटकना न पड़े।
5. प्रत्येक बैंक अकॉउंट या इन्वेस्टमेंट में अपना नॉमिनी का उल्लेख ज़रूर करवा दें।
6.आपके मुख्य परिचय पत्र, PAN, आधार एवम पासपोर्ट, जन्म प्रमाणपत्र की फोटोकॉपी भी पालिसी की फ़ाइल में लगा कर रखे।
7.यथा सम्भव कोशिश करे कि आपका जीवन साथी आत्मनिर्भर हो .., उसे अपने साथ दुकान, आफिस के कार्यों के बारे में जानकर बनाये और सम्भव हो तो कभी कभार ही सही, अपने व्यवसाय के कार्यों में शामिल करें। सम्भव हो तो उन्हें कोई न कोई जॉब जरूर कराए, या कोई काम घर से ही हॉबी के तौर पर कराए, जिससे कुछ आय होती हो और उनका आत्मविश्वास भी बना रहे।
8. अपने वर्कप्लेस की चर्चा नित्य अपने परिवारजन के साथ जरूर करें।
9. जीवन बीमा के साथ साथ मेडिक्लेम पॉलिसी जरूर ले। इन्वेस्टमेंट प्लान रिस्क कवर प्लान के साथ साथ बच्चो की एजुकेशन को कवर करने के लिये भी अनेक प्लान आते है वो ले।
10. अपनी मुख्य लेनदारी और देनदारी का जिक्र परिवार में जरूर करे। जिससे सबको पता रहे।
11. बचत में विश्वास रखे,अनावश्यक खर्चो से बचे। महामारी जैसी आपात विपदा की स्थिति के लिये सेविंग करे। सिंपल तरीका अपनाए कि जो आपकी मासिक आय है उसका कम से कम 25% किसी भी तरीके से बचाएं।
12. बिटिया के दहेज जोड़ने से अधिक चिंता उसको शिक्षित करने और उसे आत्मनिर्भर बनाने की करे।
13. विनम्र बने। पड़ोसी और परिवार से बना कर रखे। कम से कम जीवन मे कुछ सच्चे मित्र भी बनाये जो आपकी अनुपस्थिति में आपके परिवार के लिये संकटमोचक की भूमिका निभाएं।
14.यदि किसी ने बैंक से घर निर्माण हेतु ऋण लिया है और उनका असामयिक निधन हो जाता हे तो ग्रह ऋण की भारी भरकम किश्त परिवार द्वारा चुकाना मुश्किल हो जाता है ऐसे में ग्रह ऋण लेने के साथ बीमा जरूर कराएं इससे ऋण की शेष राशि बीमा कम्पनी द्वारा चुकाई जाएगी । अतः यह बीमा अवश्य करवाए।
भारत सरकार ने 1 जुलाई 2015 को नागरिकों को पेनकार्ड पास्पोर्ट, मार्कशीट ,डिग्री,एवं अचल सम्पत्ति जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेज़ों को डिजिटल रूप से संग्रहित करने में मदद हेतु डिजिटल लॉकर सुविधा शुरू की है । आधार कार्ड का नम्बर डालकर आप डिजिटल लॉकर अकाउंट खोल सकते हैं।
डॉ केशव पाण्डेय
वरिष्ठ पत्रकार व समाजसेवी