पृथ्वी शॉ ने साथी खिलाड़ियों को किया सचेत, बोले- राहुल द्रविड़ साथ हैं, ड्रेसिंग रूम में अनुशासन की उम्मीद
पृथ्वी शॉ को श्रीलंका दौरे के लिए टीम में चुने जाने का विश्वास था जो सही साबित भी हुआ है. पृथ्वी शॉ ने विजय हजारे ट्रॉफी में 827 रन बनाए और इसके बाद इंडियन प्रीमियर लीग में दिल्ली कैपिटल्स के लिए खेलते हुए बेहतरीन प्रदर्शन किया. इससे उनकी टीम के लिए दावेदारी बढ़ गई है.
पृथ्वी शॉ ने श्रीलंका रवाना होने से पहले कोच राहुल द्रविड़ के साथ काम करने, बल्लेबाजी और अनुशासन सहित कई मुद्दों पर अपनी बात रखी. उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत करते हुए कहा कि राहुल द्रविड़ के साथ होने से ड्रेसिंग रूम में सभी से अनुशासन की उम्मीद की जा सकती है.
द्रविड़ की कोचिंग में खेलने का अलग ही मजा
राहुल द्रविड़ की लीडरशिप में फिर से खेलने पर शॉ ने कहा, राहुल सर के नेतृत्व में एक अलग तरह का मजा है. वह हमारे भारत के अंडर-19 कोच थे. वह जिस तरीके से बात करते हैं, अपना कोचिंग अनुभव शेयर करते हैं, वह अद्भुत है. जब भी वे खेल के बारे में बात करते हैं तो पता चलता है कि कितना अनुभव लेकर आ हैं. वे क्रिकेट के बारे में सब कुछ जानतें है. वे परिस्थितियों और उनके उपयोग के बारे में जैसे बताते हैं, वह बहुत ही अच्छा है.
बुरे दौर में भी की द्रविड़ ने बातचीत
राहुल के साथ बातचीत के हारे में बताते हुए शॉ ने कहा कि ए टूर पर मैंने उनसे बात की थी. पृथ्वी शॉ ने कहा कि जब मुझे डोपिंग के लिए बैन किया गया तो उन्होंने फोन किया और कहा यह जीवन का हिस्सा है, यह मेरी गलती नहीं है और मैं मजबूती के साथ वापसी करूंगा. यह अच्छा लगा कि उन्होंने मेरे बुरे दौर में भी मुझसे बात की.
ड्रेसिंग रूम में अनुशासन की उम्मीद
वहीं, इंतजार करने वाली चीज के बारे में बताते हुए शॉ ने कहा कि राहुल सर हैं, ड्रेसिंग रूम में अनुशासन की उम्मीद की जा सकती है. शॉ ने कहा कि वह द्रविड़ के साथ अभ्यास सत्र का इतजार कर रहा है क्योंकि उन्हें द्रविड़ से घंटों बात करना अच्छा लगता है. शॉ ने कहा कि इस दौरे में मुझे मौके का फायदा उठाना है .मैं भारतीय टीम में वापसी के लिए बेताब था. शॉ ने कहा कि उसे टीम में चुन जाने का विश्वास था.