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डेल्टा से ज्यादा कातिल है कोरोना लांबडा वैरिएंट, इसपर वैक्सीन का भी नहीं होता असर

नई दिल्ली । मलेशिया के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना के लांबडा वैरिएंट को डेल्टा से भी ज्यादा खतरनाक और जानलेवा बताया है। यह वैरिएंट दुनियाभर में कोरोना के नए मामले बढ़ने के पीछे एक बड़ी वजह माना जा रहा है। मलेशियाई स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, अभी तक 30 देशों में इस वैरिएंट का पता लगा है, जिनमें से एक ब्रिटेन भी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी लांबडा को ‘वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ माना है जिसका मतलब है अभी वैरिएंट के असर को लेकर गहन जांच किया जाना जरूरी है।

पिछले साल ही मिला था लांबडा वैरिएंट
कोरोना का लांबडा वैरिएंट पिछले साल दिसंबर माह में सबसे पहले पेरू में मिला था। यह वैरिएंट पेरू में संक्रमण फैलने की सबसे बड़ी वजह है। इस दक्षिण अफ्रीकी देश में अभी तक जितने सैंपलों की जांच की गई है, उनमें से 81 फीसदी मामले लांबडा वैरिएंट से जुड़े हैं। पड़ोसी देश चिली में भी अधिकतर मामलों का कनेक्शन लांबडा वैरिएंट से ही है। इस वैरिएंट को इसलिए भी खतरनाक माना जा रहा है क्योंकि यह तेजी से फैलता है और साथ में ही एंटीबॉडीज को भी बेअसर कर देता है। हालांकि, हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि अभी इस तथ्य की पुष्टि के लिए और अधिक डेटा की जरूरत है।

 बेअसर?
पेरू में किए गए एक शुरुआती अध्ययन में यह दावा किया गया है कि लांबडा वैरिएंट आसानी से चीन की बनाई कोरोनावैक वैक्सीन को बेअसर कर देता है। हालांकि, अभी तक इस अध्ययन की गहन समीक्षा किया जाना बाकी है तो इसके निष्कर्षों को अंतिम सच नहीं माना जा सकता।

‘वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ है लांबडा
विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्लूएचओ ने इसी साल 14 जून को लांबडा को ‘वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ घोषित किया था। लेकिन दक्षिण अमेरिकी देश से शुरू होकर 30 देशों में पहुंचने के बावजूद लांबडा को अमेरिका के सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल ऐंड प्रिवेंशन (CDC) ने अभी तक वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट घोषित नहीं किया है।

भारत में नहीं लांबडा वैरिएंट का केस
हाल ही में लांबडा वैरिएंट ऑस्ट्रेलिया में पाया गया है। यह ब्रिटेन के साथ ही 30 देशों में मौजूद है लेकिन इससे जुड़े मामलों की संख्या अभी भी कम है। ब्रिटेन में भी 6 मामले मिले और ये सभी अंतरराष्ट्रीय सफर से लौटे लोगों में पाया गया है। हालांकि, अभी तक भारत या उसके पड़ोसी देशों में इस वैरिएंट से जुड़ा कोई केस नहीं पाया गया है। लेकिन वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट बताने का मतलब ही यही है कि अभी इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है और संभवतः यह कई देशों में फैल चुका है। हालांकि, फ्रांस, जर्मनी, यूके और इटली जैसे देशों में इससे जुड़े मामले मिले हैं, जहां से कई यात्री भारत आते हैं.

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