Thu. May 1st, 2025

आज जिले में भारी वर्षा की चेतावनी:लंबे इंतजार के बाद बरसे बदरा, तेज बारिश से नाले-नालियां ओवरफ्लो

आधे से ज्यादा जुलाई गुजरने के बाद बादलाें का दिल पसीजा और देर रात से रिमझिम बारिश शुरू हाे गई, जाे शुक्रवार काे सुबह से कभी कम ताे कभी तेज चलती रही। शहर में सुबह से दाेपहर तक सवा इंच से अधिक बारिश हाे गई है। इधर माैसम विभाग ने देवास जिले में शनिवार काे गरज-चमक के साथ भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। यह चेतवानी शनिवार तक मान्य रहेगी। सुबह से तेज बारिश हाेने से नाले-नालियां ओवरफ्लाे हाेकर पानी सड़काें पर बह निकला। सड़काें पर पानी भरा रहने से सबसे ज्यादा परेशानी पैदल चलने वालाें काे हुई। वहीं दाे पहिया वाहन चालक भी पानी से बचते हुए निकले। लंबे इंतजार के बाद बारिश से सबसे ज्यादा फायदा फसलाें काे हुआ, क्याेंकि खेताें में पानी नहीं मिलने से पाैधे मुरझाने लगे थे। किसान आसमान की तरफ टककटी लगाए देख रहे थे। यह बारिश फसलाें के लिए अमृत समान है। अगर बारिश के आने में एक सप्ताह लग जाता ताे फसलाें में भारी नुकसान हाेने से काेई बचा नहीं सकता था। कृषि वैज्ञानिक मनीष सचान ने बताया, पिछले साल बारिश की इस बार से लंबी खेंच हाेने के बाद अचानक पानी बरसना शुरू हुआ था। इस स्थिति में जमीन में पानी जाने के बाद निकली भाप से पाैधाें में बांझपन की बीमारी लगी थी। इस बार भी बारिश की देरी से फिर फसलाें में नुकसान की संभावना थी, लेकिन शुक्रवार काे बारिश हाेने से अब बांझपन की समस्या नहीं रहेगी।

शिप्रा नदी में नहीं बढ़ा पानी, पुरानी पुलिया तक भी नहीं आया

रात में दाे बाजे से आसपास के क्षेत्र में हाे रही बारिश का असर शिप्रा नदी में देखने काे नहीं मिला है। नदी के उद्गम स्थल के क्षेत्राें में तेज बारिश नहीं हाेने से नदी में पानी नहीं आया। जून में बीच-बीच में तेज बारिश हाेती रही, लेकिन जुलाई लगने के बाद से रिमझिम बारिश हाेने से नदी-नालाें में पानी नहीं आया। रात में अच्छी बारिश हाेने से नालाें में भी पानी भर सका, जाे नदी तक नहीं पहुंचा है। आने वाले दिनाें में अच्छी बारिश हाेने पर ही नदी में पानी आ सकेगा। शिप्रा नदी पर बना डेम से शहर में पेयजल वितरित किया जाता है।

साेयाबीन के लिए जीवन रक्षक
खेताें में फसलाें काे पानी की बहुत आवश्यकता थी, जाे पूरी हाे गई है। पहाड़ीनुमा जमीन की फसलें ताे लटकने लगी थी, वहीं जिन किसानाें ने पहले बाेवनी की थी, उनमें फूल आने लगे हैं। बारिश हाेने से प्रतिदिन 1 इंच तक पाैधे में ग्राेथ हाेगी।-डाॅ. माेम्मद अब्बास, अनुविभागीय कृषि अधिकारी

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