Wed. Apr 30th, 2025

चौथा सोमवार भी सूखा:35 दिन बाद भी बारिश नहीं 30% फसलें चौपट, अब 3 दिन बाद राहत की आस

बारिश के इंतजार में 35 दिन बीत गए है, लेकिन बारिश नहीं हो रही है। इसी वजह से खेतों में खड़ी बाजरा, ग्वार, मूंग, मोठ की फसलें भी जलकर चौपट होने लगी है। बीते माह 12-13 जुलाई को जिले के अधिकांश गांवों में कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश हुई थी, जिसके बाद किसानों ने बुआई की। इसके बाद सावन के भी 25 दिन सूखे निकल गए। जिले में बारिश के अभाव में करीब 30 फीसदी खरीफ फसलें चौपट हो चुकी है।

जिले में अब तक कई ऐसे इलाके भी है, जहां बारिश पर्याप्त बुआई का भी इंतजार हो रहा है। जिले के धोरीमन्ना, चौहटन, बाड़मेर व गुड़ामालानी तहसील क्षेत्रों में पर्याप्त बारिश नहीं हुई। धोरीमन्ना व चौहटन में अब तक सिर्फ 49-49 एमएम बारिश हुई है। जबकि बाड़मेर व गुड़ामालानी में 99 व 56 एमएम बारिश हुई। किसानों की बोई फसलें अब जलकर चौपट हो गई। सोमवार को बाड़मेर का अधिकतम पारा 36.6 और न्यूनतम 26.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

जिले में कब व कहां हुई थी बारिश

19-20 जून को बाड़मेर जिले के शिव व बायतु इलाके के कुछ गांवों में अच्छी बारिश हुई थी, जिसमें किसानों ने खेती की। इसके बाद 12, 13 व 14 जुलाई को बाड़मेर जिले की अधिकांश तहसील क्षेत्रों में बारिश हुई। 24 जुलाई को सिर्फ गिड़ा तहसील क्षेत्र में एक बार फिर अच्छी बारिश हुई। इसके बाद बारिश ही नहीं हुई है।

आगे क्या: 20 से फिर बारिश की आस

मौसम विभाग ने बाड़मेर जिले में रविवार से बारिश की संभावना जताई है। एक बार फिर मानसून 20 से 24-25 अगस्त तक सक्रिय रहने की संभावना है। इससे जिले के कई हिस्सों में बारिश हो सकती है।

अब तक कहां कितनी बारिश

बाड़मेर जिले की औसत बारिश का आंकड़ा 370 एमएम है, इसके बावजूद अब तक 85 एमएम बारिश हुई है यानि इन दिनों जिला सूखे की चपेट में है। अब तक बाड़मेर में 96, रामसर में 79, बायतु में 111, गिड़ा में 99, शिव में105, गडरारोड में 167, चौहटन में 49, सेड़वा में 130, गुड़ामालानी में 56, धोरीमन्ना में 49, सिणधरी में 152, सिवाना में 140, समदड़ी में 126, पचपदरा में 128, बालोतरा में 67 एमएम बारिश हुई है। कुल औसत 85 एमएम बारिश हुई।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *