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सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा से गुर्जर शब्द हटाने के लिए क्षत्रिय युवाओं ने किया प्रदर्शन, लगाया जाम, रात को गुर्जर युवाओं ने किया हंगामा, चिरवाई नाका पर चक्काजाम

ग्वालियर में सम्राट मिहिर भोज को लेकर राजपूत क्षत्रिय समाज और गुर्जर समाज के बीच विवाद खत्म होता नजर नहीं आ रहा है। सम्राट मिहिर भोज को गुर्जर सम्राट लिखकर इस पूरे विवाद को जन्म दिया है। मंगलवार शाम राजपूत क्षत्रिय समाज के युवा सदस्यों ने गोला का मंदिर चौराहा पर प्रदर्शन किया।

सम्राट के आगे से गुर्जर शब्द हटाने करीब एक घंटे तक रास्ता जाम किया। पुलिस अफसरों के पहुंचने के बाद मामला शांत हो सका है। इसके साथ ही रात 9 बजे गुर्जर समाज ने चिरवाई नाका पहुंचकर प्रदर्शन कर दिया। उनको संदेह था कि जिला प्रशासन प्रतिमा को कपड़े से ढकने जा रहे हैं। रात तक हंगामा चलता रहा है।

रात 10 बजे तक हंगामा जारी था, काफी मात्रा में पुलिस फोर्स मौजूद था

ग्वालियर केशिपुरी लिंक रोड हाइवे चिरवाई नाका चौराहा पर 8 सितंबर को नगर निगम द्ववारा सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा अनावरण किया था। यह प्रतिमा का अनावरण ग्वालियर सांसद विवेक शेजवलकर ने किया था। पर प्रतिमा के नीचे सम्राट मिहिर भोज से पहले गुर्जर शब्द को जोड़र उन्हें गुर्जर सम्राट मिहिर भोज लिखा गया है। यहीं से विवाद शुरू हुआ है। क्षत्रिय महासभा ने इसका विरोध किया। उनका कहना था कि सम्राट प्रतिहार वंश के थे। जिस जगह वह शासन करते थे वह गुर्जर प्रदेश कहलाता था। इसलिए उनको गुर्जर प्रतिहार वंश का सम्राट कहा गया है, जबकि इस पर गुर्जर समाज की ओर से कहा गया था कि सम्राट गुर्जर शासक थे। जहां वह शासन करते थे उनके नाम पर उस जगह का नाम गुर्जर प्रदेश पड़ा। दोनों पक्षों ने कई इतिहासिक दस्तावेज व सबूत भी पेश किए हैं।
क्षत्रिय युवाओं ने घेरा गोला का मंदिर चौराहा
– इस मामले में मंगलवार शाम को राजूपत युवा, करणी सेना व क्षत्रिय महासभा के सदस्यांे ने प्रतिमा पर लिखा गुर्जर सम्राट से गुर्जर शब्द हटाने के लिए गोला का मंदिर चौराहा पर प्रदर्शन किया है। युवाओं ने सड़क पर बैठकर और बैरीकेड्स् लगाकर जाम लगा दिया। हंगामा की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन और पुलिस के अफसर पहुंचे। युवाओं को समझाने का प्रयास किया। करणी सेना की ओर से राजू कुशवाह ने बताया कि उनकी मांग सिर्फ इतनी है कि सम्राट के आगे से गुर्जर शब्द हटा दिया जाए। सम्राट मिहिर भोज प्रतिहार वंश के हैं। कुछ नेताओं ने वोट के लालच में यह शब्द का उपयोग किया है। हम सब हिंदू हैं। गुर्जर भी हमारे भाई हैं। SDM प्रदीप तोमर ने आश्वासन दिया था कि जब तक जांच समिति कोई फैसल नहीं लेती मूर्ति को कपड़े से ढक दिया जाएगा।
गुर्जर समाज ने किया हंगामा, चिरवाई चौराहा घेरा
– क्षत्रिय युवाओं के हंगामे के बाद रात को गुर्जर समाज के युवा व विभिन्न संगठन एकत्रित हो गए। गुर्जर समुदाय को संदेह था कि SDM ने सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा पर कपड़ा डालकर विवाद को खत्म करने का आश्वासन दिया है। रात को ही वह यह काम कर करते हैं। इस पर गुर्जर युवा चिरवाई नाका प्रतिमा स्थल पर पहुंच गए हैं। वहां गुर्जर समाज ने काफी हंगामा किया है। मंगलवार रात 9 बजे से हंगामा शुरू हुआ है। रात 10 बजे तक सारे रास्ते बंद कर चक्काजाम जारी था।

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