कमलनाथ बने नेता प्रतिपक्ष, विस ने जारी की अधिसूचना; सीएम को पत्र लिखकर कहा- सोयाबीन का सर्वे कराकर राहत पहुंचाएं
पूर्व मुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष होंगे। इस आशय की बुधवार को विधानसभा ने अधिसूचना जारी कर दी है। इस तरह अब कांग्रेस पार्टी में नाथ प्रदेश अध्यक्ष के साथ नेता प्रतिपक्ष की दोहरी भूमिका में होंगे। कांग्रेस आलाकमान ने पहले ही नेता प्रतिपक्ष के पद के की जिम्मेदारी नाथ को निभाने संकेत दे दिए थे।
इसकी वजह आगामी दिनों में 27 विधानसभा के उप चुनाव होना है और पार्टी नहीं चाहती है कि किसी भी पद को लेकर कोई विवाद हो। पूर्व में नेता प्रतिपक्ष की दौड़ में पांच से छह वरिष्ठ विधायकों के नाम कतार में थे, लेकिन किसी एक के नाम पर सहमति नहीं बन पा रही थी। अंतत: पार्टी के सभी विधायकों की भी राय थी कि नाथ ही सदन में कांग्रेस विधायक दल के नेता के रूप में भूमिका निभाएं।
सोयाबीन का सर्वे कराकर राहत पहुंचाएं
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर सोयाबीन की फसल में हुए नुकसान का विस्तृत सर्वे कराने एवं अविलंब राहत राशि प्रदान करने की मांग की है। नाथ ने कहा है कि किसानों को फसल बीमा का लाभ दिलाया जाए। नाथ ने पत्र में कहा है कि सीहोर, देवास, हरदा और होशंगाबाद समेत अन्य जिलों में पीला मोजेक रोग से सोयाबीन की फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई है। प्रदेश के किसान कोरोना महामारी के काल में उपज की बिक्री न होने से परेशान था। इस विकट स्थिति में भी आपकी सरकार ने किसानों की मदद नहीं की। कांग्रेस द्वारा प्रारंभ की गई किसान कर्जमाफी योजना का लाभ भी किसानों को नहीं दिया जा रहा है।