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चैम्पियंस लीग के फाइनल में हार के बाद पीएसजी फैंस की पेरिस पुलिस से झड़प; भीड़ ने कई कारों में आग लगाई, पुलिस ने आंसू गैस का इस्तेमाल किया

चैम्पियंस लीग के फाइनल में पहली बार पहुंचा फ्रेंच क्लब पेरिस सेंट जर्मेन (पीएसजी) रविवार रात खिताबी मुकाबले में बायर्न म्यूनिख से हार गया। टीम की हार के बाद फैंस की पेरिस पुलिस से झड़प हो गई।

राजधानी पेरिस के चैंप्स ऐलिसी इलाके के एक बार में फाइनल मुकाबला देख रहे फैंस को वहां से हटाने के लिए पुलिस ने ताकत का इस्तेमाल किया। यहां मौजूद फैंस ने न तो मास्क पहना था और न ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे थे।

पीएसजी के स्टेडियम के बाहर इकठ्ठा हुए फैंस की पुलिस से झड़प

वेस्टर्न पेरिस में भी पीएसजी फैंस और पुलिस के बीच झड़प हुई। यहां पीएसजी ने मैच देखने के लिए टीम के होम स्टेडियम पार्क डे प्रिसेंस में दो स्क्रीन लगाए थे। सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक, स्टेडियम में मैच देखने के लिए 5 हजार फैंस को इजाजत दी गई थी। हालांकि, भीड़ ज्यादा होने की वजह से कई फैंस मैच देखने अंदर नहीं आ पाए। इससे गुस्साए फैंस बाहर हंगामा करने लगे। उन्हें काबू में करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस का इस्तेमाल किया।

फैंस ने कई कारों को आग के हवाले किया

सेंट्रल पेरिस के कई इलाकों में भी पुलिस की फैंस से झड़प हुई। इसके बाद लोगों ने कई कारों में आग लगा दी। हंगामा बढ़ता देख पुलिस ने भीड़ को हटाने के लिए लाठीचार्ज किया। इस दौरान का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें हंगामा करने वाले एक ज्वेलरी स्टोर लूटते नजर आए। हालांकि, पुलिस के पहुंचने के बाद वे मौके से भाग गए।

फैंस ने पीएसजी के होम स्टेडियम के बाहर तोड़फोड़ कर दी। इस दौरान कई कारों में आग भी लगा दी गई।
फैंस ने पीएसजी के होम स्टेडियम के बाहर तोड़फोड़ कर दी। इस दौरान कई कारों में आग भी लगा दी गई।

सुरक्षा के लिए किए गए थे इंतजाम

चैम्पियंस लीग के फाइनल को देखते हुए पुलिस ने पहले से ही सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। तीन हजार जवानों को चैंप्स ऐलिसी इलाके में तैनात किया गया था। भारी संख्या में लोग पीएसजी के होम स्टेडियम के बाहर इकट्ठा न हों। इसलिए रात में 17 सब-वे और कम्यूटर ट्रेन स्टेशनों को बंद कर दिया गया था। वहीं, पेरिस के अंदर एंट्री करने वाले तीन रिंग रोड को भी बंद कर दिया गया था। स्टेडियम के पास कोई भी वाहन लेकर नहीं जा सकता था। केवल पैदल यात्रियों को ही जाने दिया जा रहा था।

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