आयुर्वेद विभाग:औषधियाें की तलाश में जयपुर से आई आयुर्वेद विभाग की टीम
झुंझुनूं जिले के शाकंभरी व लाेहार्गल की पहाड़ियाें में प्राचीन वन औषधियाें की तलाश में आयुर्वेद चिकित्सकाें की टीम शुक्रवार काे आई। टीम ने पहाड़ी क्षेत्र के औषधियाें की पहचान की। सकराय माता शाकम्भरी के महन्त दयानाथ महाराज ने शेखावाटी क्षेत्र में सुगमता से मिलने वाली विभिन्न औषधियाें के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पहाड़ी क्षेत्र में काफी वन औषधि प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है।
टीम ने बताया कि लोहार्गल क्षेत्र में आम, स्नुही, जामुन, वासा, शर्पूखा, गुञ्जा, वृहती, विधारा, कृष्ण धतूर, पारिजात, सहदेवी, अमृता, अर्जुन, गुग्गलु, धव, सालर, सहजना, गुलर, खजूर, अमलतास, हंसराज, मयूर शिखा, पुनर्नवा, अपराजिता की पहचान की गई। लोहार्गल के संत चेतनदास महाराज के द्वारा निर्मित प्राचीन जल संरक्षण चेतनदास की बावडी का भी निरीक्षण किया।
आयुर्वेद विभाग के अतिरिक्त निदेशक डाॅ. सुशील दत्त शर्मा, आयुर्वेद विभाग के सीकर जिले के उप निदेशक डाॅ. सुरेश कुमार शर्मा, डाॅ. शंभूलाल शर्मा वन औषधि विशेषज्ञ डाॅ. मदनलाल शर्मा, जयपुर के सहायक उप निदेशक डाॅ. पुरूषोतम शर्मा, सहायक उप निदेशक डाॅ. गोपेश हारित, डाॅ.रवीन्द्र गौतम, डाॅ. योगराज शर्मा, डाॅ. महेश चंद्र शर्मा, डाॅ. मृणाल शर्मा ने पहाड़ी क्षेत्र में मिलने वाली विभिन्न औषधियाें की पहचान की।