कन्टींजेंसी प्लान बनाने में जुटा विभाग:बीसलपुर;सिर्फ 311.80 आरएल मी. पानी, मानसून तक सप्लाई मुश्किल
जयपुर बीसलपुर बांध में सिर्फ 311.80 आरएल मीटर यानी 16.928 टीएमसी पानी शेष है और रोजाना बांध के जल स्तर में 2 सेमी की कमी हो रही है। बांध के जयपुर, अजमेर व टोंक जिले की करीब एक करोड़ आबादी को अगले मानसून आने तक पेयजल सप्लाई से जुड़े रहना मुश्किल है, ऐसे में स्थानीय स्त्रोत विकसित करने के लिए समर कन्टींजेंसी प्लान तैयार किया जा रहा है। गर्मी (अप्रैल से जुलाई 2022) के मध्य पेयजल सप्लाई के लिए प्लानिंग हो रही है ताकि जनवरी 2022 तक प्रशासनिक व वित्तीय स्वीकृत मिल जाए।
विभाग मार्च अंत पर्याप्त सप्लाई सुनिश्चित करना चाहता है। इससे मार्च से पहले फील्ड में ट्यूबवेल बनाने व पाइपलाइन डालने का काम हो जाए। जलदाय विभाग के एसीई मनीष बेनीवाल का कहना है गर्मी में बेहतर पेयजल सप्लाई के लिए प्लानिंग अंतिम चरण में है। आवश्यकता होने पर ट्यूबवेल व पाइपलाइन का काम करवाया जाएगा।
टैंकर ट्रिप कम कर पाइपलाइन से सप्लाई
गौरतलब है कि पिछली गर्मियों में जयपुर में 2000 से अधिक टैंकर ट्रिप से पेयजल सप्लाई किया जाता था। पेयजल विभाग ने आगामी गर्मियों में केवल आपातकालीन स्थिति के लिए ही टैंकर ट्रिप से पेयजल सप्लाई करने का फैसला लिया है। इसके लिए पाइपलाइन का मिलान कर टेल एंड तक पेयजल सप्लाई का प्रेशर बढ़ाया जाएगा। ताकि पानी की डिमांड पूरी हो सके। इस प्रोजेक्ट का प्रस्ताव तैयार करने की जिम्मेदारी एईएन और जेईएन की होगी।
कन्टींजेंसी प्लान में ये प्रस्ताव होंगे
- नए ट्यूबवेल और हैंडपंप लगाए जाएंगे।
- पाइपलाइनों का मिलान करना, ताकि टेल एंड तक पानी पहुंंचे।
- पेयजल संकट वाले इलाके चिन्हित कर टैंकर चलाना।
- नई कॉलोनियों व इलाकों को पाइपलाइन से जोड़ना।