जोहानिसबर्ग में पहली हार के बाद बोले कोच द्रविड़- भारत के बल्लेबाजों में थोड़ा सुधार की जरूरत
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दूसरे मैच में भारत की हार के बाद कोच राहुल द्रविड़ ने कहा है कि भारतीय बल्लेबाजों को अपने मौकों को बेहतर तरीके से भुनाना होगा और लंबी साझेदारियां करनी होंगी तभी टीम इंडिया दूसरे टेस्ट में मिली हर से उबर पाएगी। गुरुवार को दक्षिण अफ्रीका ने भारत को सात विकेट से हराकर दूसरा टेस्ट मैच जीत लिया। इस मैदान भारतीय टीम पहली बार कोई टेस्ट मैच हारी है। अब सीरीज में दोनों टीमें 1-1 की बराबरी पर आ चुकी हैं, तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का आखिरी मैच केप टाउन में 11 जनवरी से खेला जाएगा।
गुरुवार को वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में द्रविड़ ने कहा कि अगर भारत को तीसरा मैच जीतकर अफ्रीका में पहली बार टेस्ट सीरीज जीतनी है तो शुरुआती बल्लेबाजों को कुछ सुधार करने होंगे। उन्होंने कहा “शुरुआती दो मैचों में विकेट थोड़ा चुनौतीपूर्ण रहा है। मैं बल्लेबाजों को यह श्रेय देना चाहूंगा। लेकिन हम हमेशा खुद को बेहतर करने के बारे में सोचते हैं और हमारे बल्लेबाजों को अहम मौकों को भुनाना होगा और जब भी कुछ साझेदारियां होती हैं उन्हें और लंबी करने के बारे में सोचना होगा।”
पहली पारी में 250 के पार जा सकता था भारत
पहली पारी में टीम इंडिया 202 रन पर सिमट गई थी। इसके जवाब में दक्षिण अफ्रीका ने पहली पारी में 229 रन बनाए थे और 27 रन की बढ़त ली थी। वहीं दूसरी पारी में भारत ने 266 रन बनाए और अफ्रीका के सामने 240 रन का लक्ष्य रखा। अफ्रीकी टीम ने सात विकेट खोकर इस लक्ष्य का पीछा कर लिया। इस पर द्रविड़ ने कहा “पहली पारी में गेंद अचानक से उछल रही थी, लेकिन 60-70 रन और बना सकते थे। निश्चित रूप से हम बेहतर बल्लेबाजी करना चाहेंगे। हमें सुधार करते रहने और बेहतर होने की जरूरत है। जिन खिलाड़ियों को अच्छी शुरुआत मिली थी वो उसे शतक में बदल सकते थे।”
पहले टेस्ट में क्यों जीते
द्रविड़ ने यह भी बताया कि पहले टेस्ट में भारत की जीत और दूसरे टेस्ट में भारत की हार के बीच क्या फर्क रहा। उन्होंने कहा “पहले टेस्ट में यहीं अंतर था कि राहुल ने शतक लगाया था और भारत यह मैच जीता था। वहीं दूसरे टेस्ट में अफ्रीका के लिए डीन एल्गर ने 96 रन बनाए और उन्होंने यह मैच जीता। इससे पता चलता है कि इन विकेटों पर आपके एक बल्लेबाज का बड़ा शतक बनाना कितना जरूरी है।”