उदयपुर के लिए हुए 4600 करोड़ के एमओयू:उदयपुर के 10 हजार से ज्यादा लोगों को मिलेगा रोजगार, देखें पूरी लिस्ट
उदयपुर में बुधवार को इन्वेस्ट उदयपुर समिट हुआ। यहां के होटल रेडिसन ब्लू में हुई समिट में 13 अलग-अलग सेक्टर्स के 83 एमओयू साइन किए गए। ये एमओयू 4649.17 करोड़ के हुए। खास बात यह रही कि ये एमओयू साइन होने का सबसे ज्यादा फायदा उदयपुर के लोगों को होगा। इससे उदयपुर में 10 हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार दिया जाएगा। इनने उदयपुर के स्थानीय लोगों को काफी फायदा होगा। समिट के मौके पर उदयपुर के प्रभारी और राजस्थान के राजस्व मंत्री रामलाल जाट मौजूद रहे। इस दौरान उन्होंने इंडस्ट्रीज को फलने के लिए राजस्थान की नीतियों को कारगर बताया।
रामलाल जाट ने कहा कि उद्योगों को भूमि, बिजली, सुरक्षा की जरूरत होती है और राज्य सरकार की औद्योगिक नीति इस मायने में उद्यमियों की मददगार साबित हुई है। आज राजस्थान का उद्योग काफी सुरक्षित है और यहां बड़े-बड़े औद्योगिक घराने निवेश कर रहे हैं। राजस्थान आने वाले समय में बिजली का हब बनने जा रहा है और इससे उद्योगों को बड़ा फायदा होगा। उन्होंने राज्य सरकार के जन घोषणा पत्र के आदर्श सेवा ही कर्म, सेवा ही धर्म का उल्लेख करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने उद्यमियों को प्रोत्साहित करने के साथ ही पुराने उद्योगों की समस्याओं के समाधान का भी ध्यान रखा है।
निवेश से हर उदयपुरवासी को मिलेगा लाभ
प्रभारी मंत्री जाट ने कहा कि दुनिया के पर्यटन मानचित्र पर अपना स्थान बनाने वाले और स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित हो रहे उदयपुर में निवेश होने पर न सिर्फ उद्यमियों अपितु प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से हर एक उदयपुरवासी को इसका लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि पर्यावरण की दृष्टि से भी उदयपुर काफी सुरक्षित है ऐसे में उदयपुर रहने और उद्योगों के लिए काफी बेहतर स्थान है।
प्रभारी मंत्री ने कहा कि वर्तमान में रीको के जिले में 10 औद्योगिक क्षेत्र विकसित किए गए हैं। इनमें 1441 औद्योगिक इकाइयां स्थापित हैं। मेवाड़, मेवाड़ (विस्तार), सुखेर, गुडली, आईआईडी सेन्टर कलड़वास, भामाशाह कलड़वास, कलड़वास (विस्तार), फतहनगर, सनवाड़ व प्रतापनगर में करीब 2212 एकड़ भूमि पर ये औद्योगिक क्षेत्र विकसित किए गए हैं। वहीं खेरवाड़ा के खेरादीफला, गोगुन्दा के नान्देशमा, झाड़ोल के पालयाखेडा, ऋषभदेव के रायणा, कोटड़ा के मेरपुर और वल्लभनगर तहसील हेडक्वार्टर पर औद्योगिक क्षेत्र के लिये भूमि चिन्हित कर ली गई है।
ये एमओयू हुए साइन : जानें पूरी लिस्ट
इंवेस्ट उदयपुर समिट में जिला कलक्टर चेतन देवड़ा और अन्य निवेशकों ने एमओयू और एलओआई पर हस्ताक्षर किए। समिट में 13 सेक्टर्स की ओर से 4649.17 करोड़ की लागत के 83 एमओयू हुए। जिसके तहत 10536 लोगों को रोजगार दिया जाएगा। इसमें एग्रो सेक्टर की तरफ से 84.01 करोड़ की लागत के 10 एमओयू हुए जिससे 317 को रोजगार मिलेगा। वहीं ऑटो कंपोनेंट्स की तरफ से 5.1 करोड़ का एक एमओयू हुआ। जिसमें 20 लोगों को रोजगार मिलेगा। केमिकल सेक्टर की तरफ से 165.25 करोड़ के 6 एमओयू जिसमें 940 लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।
शिक्षा की ओर से 10 करोड़ का एक एमओयू जिसमें 100 जनों को रोजगार, इंफ्रास्ट्रक्चर की ओर से 180 करोड़ के दो एमओयू जिसमें 300 लोगों को रोजगार, आईटी सेक्टर की तरफ से 19 करोड़ की लागत का एक एमओयू जिसमें 250 लोगों को रोजगार, मेडिकल की ओर से 371 करोड़ के पांच एमओयू जिसमें 1480 लोगों को रोजगार, मिनरल की ओर से 1470.38 करोड़ की लागत के 11 एमओयू जिसमें 1081 लोगों को रोजगार मिलेगा। समिट में माइंस की ओर से 7 करोड़ का एक एमओयू में 25 लोगों को रोजगार के मौके दिए जाएंगे।
पेट्रोकेमिकल की ओर से 109.14 करोड़ के 6 एमओयू हुए जिसमें 470 लोगों को रोजगार मिलेगा, रिन्यूएबल एनर्जी की तरफ से 5 करोड़ का एक एमओयू जिसमें 60 लोगों को रोजगार, टेक्सटाइल की ओर से 68.5 करोड़ के 3 एमओयू जिसमें 230 लोगों को रोजगार तथा पर्यटन सेक्टर की तरफ से 2154.79 करोड़ के 35 एमओयू हुए जिसमें 5263 लोगों को रोजगार मिलेगा।
2 हजार 741 करोड़ के एलओआई
इस समिट के दौरान 6 सेक्टर की तरफ से 2741.5 करोड़ की लागत के 17 एलओआई हुए। जिसमें 13 हजार 805 लोगों को रोजगार मिलेगा। इसके तहत एग्रो सेक्टर की ओर से 985 करोड़ के 7 एलओआई किए गए जिसमें 10 हजार 360 लोगों को रोजगार मिलेगा। बेकरी आइटम्स में 100 करोड़ की लागत से एक एलओआई, जिसमें एक हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। वहीं केमिकल सेक्टर की तरफ से 56.5 करोड़ की लागत के दो एलओआई हुए जिसमें 65 लोगों को रोजगार, फ़र्टिलाइज़र्स द्वारा 600 करोड़ की लागत से एक एलओआई, जिसमें 500 लोगों को रोजगार, मिनरल की तरफ से 20 करोड़ की लागत से एक एलओआई जिसमें 120 लोगों को रोजगार तथा पर्यटन सेक्टर की तरफ से 980 करोड़ के 5 एलओआई हुए जिसमें 1760 लोगों को रोजगार मिलेगा।
दो विधायक सहित अधिकारी रहे मौजूद
समिट में मावली विधायक धर्मनारायण जोशी, वल्लभनगर विधायक प्रीति गजेन्द्रसिंह शक्तावत, संभागीय आयुक्त राजेन्द्र भट्ट, जिला कलक्टर चेतन देवड़ा, यूसीसीआई अध्यक्ष कोमल कोठारी, कांग्रेस नेता लालसिंह झाला, पंकज कुमार शर्मा, यूआईटी सचिव अरुण कुमार हसीजा, एडीएम सिटी अशोक कुमार, एडीएम प्रशासन ओ.पी.बुनकर और डीओआईटी उपनिदेशक शीतल अग्रवाल सहित कई उद्योगपति मौजूद रहे।