खाद्य सुरक्षा सूचकांक में शीर्ष दस राज्यों में उत्तराखंड
देहरादून: राज्य ने खाद्य सुरक्षा के मोर्चे पर बड़ी छलांग लगाई है। खाद्य सुरक्षा सूचकांक-2021-22 में उत्तराखंड शीर्ष दस राज्यों में शामिल हो गया है। खास बात यह है कि प्रदेश ने ये स्थान 17 बड़े राज्यों में हासिल किया है। यही नहीं, उत्तराखंड उन राज्यों में शामिल है, जहां खाद्य सुरक्षा मानकों के लिहाज से उल्लेखनीय सुधार हुआ है।
भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआइ) की ओर से इस साल खाद्य सुरक्षा सूचकांक पर चौथी रिपोर्ट जारी की गई है। जिसमें बड़े राज्यों की श्रेणी में उत्तराखंड सातवें स्थान पर है। जबकि विगत वर्ष राज्य का 14वां स्थान था। यानी उत्तराखंड उक्त रैकिग में सात पायदान चढ़ा है। गौर करने वाली बात ये है कि राज्य में खाद्य सुरक्षा के मोर्चे पर अब सतत सुधार हो रहा है। इस रिपोर्ट में राज्यों को पांच मानदंडों, खाद्य सुरक्षा, मानव संसाधन व संस्थागत आंकड़ों, एक्ट के अनुपालन, खाद्य परीक्षण सुविधा, प्रशिक्षण व क्षमता निर्माण के अलावा उपभोक्ता सशक्तीकरण के आधार पर रैंकिग दी जाती है।
बता दें, हाल के वर्षो में खाद्य सुरक्षा मानकों को लेकर कई स्तर पर सुधार किया गया है। रुद्रपुर लैब के अपग्रेडेशन के साथ ही हरिद्वार व देहरादून में भी नई प्रयोगशाला स्थापित करने का प्रस्ताव है। लैब से समयबद्ध व आनलाइन रिपोर्टिंग की भी कवायद की गई है। सैंपलिग को त्योहारी सीजन तक सीमित न रखकर समय-समय पर विशेष सर्विलांस अभियान व कमोडिटी आधारित सैंपलिग के निर्देश जिलों को दिए गए हैं। इसके अलावा खाद्य निर्माण इकाईयों का हाई रिस्क आडिट, क्लीन स्ट्रीट फूड हब, रेस्टोरेंट व होटलों की हाइजीन रेटिग, खाद्य कारोबारियों का नियमित प्रशिक्षण समेत कई जरूरी कदम उठाए गए हैं। खाद्य सुरक्षा सूचकांक में सुधार विगत वर्षों में किए गए प्रयासों का प्रतिबिब है। खाद्य सुरक्षा के लिहाज से कई ओर सुधारात्मक कदम उठाए जा रहे हैं। जिसका असर आगे दिखाई देगा। अगले साल राज्य का प्रदर्शन और भी बेहतर होगा।
– अरुणेंद्र चौहान, अपर आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन