प्रभारी व्यवस्था के सहारे चल रहे 91 माध्यमिक स्कूल
चंपावत। जिले में माध्यमिक शिक्षा प्रभारी व्यवस्था के सहारे चल रही है। प्रधानाचार्यों के अधिकतर पद रिक्त होने से व्यवस्था संचालन में दुश्वारी पेश आ रही है। चंपावत जिले में 105 हाईस्कूल और इंटर कॉलेजों में से 91 स्कूलों में प्रधानाचार्य के पदों पर लंबे समय से तैनाती नहीं हो सकी है। जिले में महज 14 हाईस्कूल और इंटर कॉलेज ऐसे हैं जहां पर स्थायी प्रधानाचार्य तैनात हैं।
शिक्षा विभाग के अधिकारियों की ओर से स्कूलों में प्रभारी प्रधानाचार्य की काम चलाऊ व्यवस्था के कारण नौनिहालों के भविष्य पर प्रश्नचिह्न लगता जा रहा है। वर्तमान में जीआईसी धौन, जीआईसी चंपावत, जीआईसी स्वांला, जीआईसी चल्थी, जीआईसी सूखीढांग, उच्चतर माध्यमिक विद्यालय धूरा, जीजीआईसी टनकपुर, जीआईसी गैडाखाली, जीआईसी सैलानीगोठ, जीजीआईसी बनबसा, जीआईसी सिप्टी, जीआईसी दिगालीचौड़, जीआईसी बाराकोट और उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सिमलखेत में ही स्थायी प्रधानाचार्य तैनात हैं।
मुख्य शिक्षाधिकारी जितेंद्र सक्सेना के अनुसार विभाग की ओर से प्रधानाचार्यों के रिक्त पदों को भरने को लेकर लगातार पत्राचार किया जा रहा है। निदेशालय स्तर पर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू होने पर प्रधानाचार्य विहीन स्कूलों में प्रधानाचार्यों की तैनाती की जाएगी। संवाद
तीन विकासखंडों में हैं केवल एक-एक स्थायी प्रधानाचार्य
चंपावत। जिले के चार विकासखंडों में से तीन विकासखंडों में केवल एक-एक ही स्थायी प्रधानाचार्य तैनात हैं। शेष सभी विद्यालयों में प्रभारी प्रधानाचार्य की व्यवस्था से कामकाज चलाया जा रहा है। सीईओ कार्यालय के अनुसार लोहाघाट विकासखंड के जीआईसी दिगालीचौड़, पाटी विकासखंड के उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सिमलखेत और बाराकोट विकासखंड के जीआईसी बाराकोट में ही स्थायी प्रधानाचार्य तैनात हैं। संवाद
जिला मुख्यालय के जीजीआईसी में रिक्त है प्रधानाचार्या का पद
चंपावत। शिक्षा विभाग की ओर से अधिकतर विद्यालयों में स्थायी प्रधानाचार्य की नियुक्तियां नहीं किए जाने से आलम यह है कि जिला मुख्यालय के जीजीआईसी में भी लंबे समय से का पद रिक्त है।