तेजी से पांव पसार रही डिजिटल फोटोग्राफी: राजेंद्र कुमार
फोटोग्राफर एसोसिएशन के संरक्षक राजेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि फ्रांसीसी वैज्ञानिक लुइस जैक्स और मेडे डागयूरे ने फोटो तत्व की खोज की थी। फ्रांस सरकार ने यह रिपोर्ट खरीद कर आम लोगों के लिए 19 अगस्त 1939 को फ्री घोषित किया। जिसे विश्व फोटोग्राफी दिवस के रूप में जाना गया।
कनखल में फोटोग्राफर दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में राजेंद्र कुमार ने बताया कि आज दुनिया में फोटोग्राफी तकनीक काफी आगे बढ़ चुकी है। डिजिटल फोटोग्राफी तेजी से अपने पांव पसार रही है, विश्व फोटोग्राफी दिवस के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 19 अगस्त को मनाने की परंपरा 1939 से प्रारंभ होकर आज फोटोग्राफर के मान सम्मान का प्रतीक बन चुकी है। संचालन कर रहे आउटडोर फोटोग्राफर मंच के संयोजक भीमसेन रावत ने बताया कि फोटोग्राफी रोमांचक होने के साथ ही हर वर्ग हर समाज और मानव जीवन की एक जरूरी आवश्यकता बन चुकी है, बिना फोटोग्राफी के सांस्कृतिक पर्यटन और प्रशासनिक गतिविधियां सूनी है। वरिष्ठ फोटोग्राफर दिनेश पटेल ने विचार रखें। इस अवसर पर दिवंगत फोटो जर्नलिस्ट संतोष उपाध्याय, और स्वतंत्र फोटोग्राफर दिवंगत चंद्र प्रकाश मेहता को श्रद्धांजलि प्रदान कर 2 मिनट का मौन रखा गया। कार्यक्रम में शिव कुमार कश्यप, सतपाल शर्मा उर्फ देवानंद, नवीन भारद्वाज, उमेश पाल धनगर, संजीव सैनी, मुकेश शर्मा, मनोज भारद्वाज, पंकज, विनीत सिंह, कमल सक्सेना, मुकेश सहगल, राजू कश्यप, मुकेश शर्मा आदि मौजूद थे।