अब पीजी कॉलेज के छात्रों को मिल सकेगा शुद्ध-शीतल पेयजल
काशीपुर। राधेहरि पीजी कॉलेज में गर्मी के दौरान प्यास बुझाने को शिक्षकों के साथ ही छात्र-छात्राओं को प्रतिदिन दो-चार होना आम बात हो गई थी। परेशानी को अमर उजाला की ओर से उजागर करने पर कॉलेज प्रशासन अलर्ट हुआ और पेयजल व्यवस्था को दुरुस्त करवाने में जुट गया।
कॉलेज में वाटर कूलरों के अलावा कई स्थानों पर पानी पीने की टोटियां लगी हुई हैं जो देखरेख के अभाव में मात्र शोपीस बन गई हैं। समस्या को अमर उजाला ने 27 अगस्त को मटके के पानी से गला कर रहे तर शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। छात्र नेताओं ने कॉलेज प्राचार्य से मुलाकात कर समस्या का समाधान कराने की मांग की।
छात्रों ने कॉलेज प्रशासन को बताया कि कैंपस में दूरदराज से आने वाले छात्र-छात्राओं को पेयजल के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है। विभिन्न विभागों ने अपने-अपने कक्ष के बाहर मिट्टी का मटका रखना शुरू कर दिया है। उधर कॉलेज प्रशासन ने कैंपस में लगी पानी की टोटियों व वाटर कूलर की मरम्मत का कार्य शुरू करा दिया है।
रिपेयरिंग का कार्य शुरू करा दिया गया है। शीघ्र ही सभी पेयजल टोटियों व वाटर कूलर में शीतल पेयजल छात्रों व स्टाफ को उपलब्ध होने लगेगा।
डॉ. सुभाष चंद्र कुशवाहा, प्रभारी प्राचार्य, राधेहरि राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय।