मूसलाधार बारिश के बाद अब पड़ने वाली बर्फबारी की मार, जानिए अगले 24 घंटे का मौसम का हाल
मैदान से लेकर पहाड़ तक पिछले एक सप्ताह से जारी मूूसलाधार बारिश के बाद अब बर्फबारी की मार पड़ने वाली है। मौसम विभाग ने उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में पैतीस सौ मीटर या उससे अधिक ऊंचाई वाले स्थानों पर अगले 24 घंटे के भीतर हल्की से मध्यम बर्फबारी की संभावना जताई है।
मौसम वैज्ञानिकों ने मध्य हिमालयी क्षेत्रों में कहीं-कहीं तेज गर्जना के साथ बिजली गिरने, ओलावृष्टि के साथ ही तेज बौछारों की आशंका भी जताई है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह के मुताबिक बंगाल की खाड़ी से आ रही नम हवाओं और पश्चिमी विक्षोभ के चलते पिछले एक सप्ताह से मैदान से लेकर पहाड़ तक ज्यादातर इलाकों में हल्की और मध्यम से लेकर भारी बारिश देखने को मिली है। लेकिन अब बंगाल की खाड़ी से आ रही नम हवाएं कमजोर पड़ी हैं वहीं पश्चिमी विक्षोभ भी उत्तर पश्चिमी भारत से तेजी से आगे खिसक रहा है।
मैदान से लेकर पहाड़ तक पिछले एक सप्ताह से जारी मूूसलाधार बारिश के बाद अब बर्फबारी की मार पड़ने वाली है। मौसम विभाग ने उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में पैतीस सौ मीटर या उससे अधिक ऊंचाई वाले स्थानों पर अगले 24 घंटे के भीतर हल्की से मध्यम बर्फबारी की संभावना जताई है।
मौसम वैज्ञानिकों ने मध्य हिमालयी क्षेत्रों में कहीं-कहीं तेज गर्जना के साथ बिजली गिरने, ओलावृष्टि के साथ ही तेज बौछारों की आशंका भी जताई है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह के मुताबिक बंगाल की खाड़ी से आ रही नम हवाओं और पश्चिमी विक्षोभ के चलते पिछले एक सप्ताह से मैदान से लेकर पहाड़ तक ज्यादातर इलाकों में हल्की और मध्यम से लेकर भारी बारिश देखने को मिली है। लेकिन अब बंगाल की खाड़ी से आ रही नम हवाएं कमजोर पड़ी हैं वहीं पश्चिमी विक्षोभ भी उत्तर पश्चिमी भारत से तेजी से आगे खिसक रहा है
ऐसे में वातावरण में नमी होने की वजह से उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी का दौर शुरू होने वाला है। फिलहाल अगले 24 घंटे में उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ के ऊंचाई वाले स्थानों पर हल्की से मध्यम बर्फबारी होने की संभावना है। दूसरी ओर अगले 48 घंटे में राज्य के पर्वतीय इलाकों में कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश देखने को मिल सकती है। उसके बाद उत्तर पश्चिमी मानसून की सक्रियता पूरी तरह से खत्म हो जाएगी और बारिश की संभावना न के बराबर रहेगी।