वन्यजीव सुरक्षा को उच्च हिमालयी क्षेत्र में हाई अलर्ट, खुफिया तंत्र मजबूत बनाने के निर्देश

देहरादून : उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्र में बर्फबारी का क्रम शुरू होने के साथ ही वन्यजीवों की सुरक्षा को लेकर वन विभाग की चिंता बढ़ गई है। कारण यह कि बर्फबारी अधिक होने पर वन्यजीवों के निचले क्षेत्रों की तरफ आने से उनके शिकार की आशंका रहती है।
निरंतर निगरानी रखने के साथ गश्त तेज की जाए
इसे देखते हुए वहां हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। राज्य के मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक डा समीर सिन्हा के अनुसार वन कर्मियों को निर्देश दिए गए हैं कि संवेदनशील क्षेत्रों पर निरंतर निगरानी रखने के साथ गश्त तेज की जाए। इसके अलावा खुफिया तंत्र को मजबूत बनाने के साथ ही संदिग्ध व्यक्तियों पर स्थानीय जनता के सहयोग से नजर रखने को कहा गया है
सर्दियों में उच्च हिमालयी क्षेत्रों में अत्यधिक बर्फबारी वन्यजीवों पर भारी पड़ती है। इसके चलते राज्य के नंदादेवी बायोस्फीयर, गंगोत्री नेशनल पार्क, गोविंद वन्यजीव विहार, केदारनाथ वन प्रभाग, अस्कोट अभयारण समेत अन्य संरक्षित क्षेत्रों से हिम तेंदुआ, घुरल, भरल समेत अन्य वन्यजीव निचले इलाकों की तरफ रुख करते हैं।
पूर्व में इन्हीं परिस्थितियों में उच्च हिमालय के निचले क्षेत्रों में सर्दियों में शिकार की घटनाएं हो चुकी हैं। अब जबकि छिटपुट रूप से उच्च हिमालयी क्षेत्र में बर्फबारी का क्रम शुरू हुआ है तो वन विभाग भी चौकन्ना हो गया है
मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक डा सिन्हा के अनुसार उच्च हिमालयी क्षेत्र में वन्यजीवों के दृष्टिकोण से यह संवेदनशील समय माना जाता है। उन्होंने बताया कि इस कड़ी में वहां हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। वनकर्मियों को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। उन रास्तों व क्षेत्रों पर खास नजर रहेगी, जिनसे वन्यजीवों का मूवमेंट होता है। उन्होंने बताया कि वन्यजीव सुरक्षा में स्थानीय निवासियों का भरपूर सहयोग लिया जाएगा।