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ईशान किशन को पहले वनडे से बाहर करने से वेंकटेश प्रसाद को आया गुस्‍सा, रोहित शर्मा पर जमकर निकाली भड़ास

भारतीय टीम  के कप्‍तान रोहित शर्मा  ने सोमवार को साफ कर दिया कि श्रीलंका  के खिलाफ गुवाहाटी में खेले जाने पहले वनडे में उनके साथ ओपनिंग शुभमन गिल करेंगे। रोहित शर्मा ने कहा कि ईशान किशन  बेंच पर बैठेंगे। भारतीय कप्‍तान के बयान पर पूर्व तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद  ने नाराजगी जाहिर की है।

वेंकटेश प्रसाद ने कहा कि भारतीय टीम में प्रदर्शन को तवज्‍जो नहीं दी जा रही है क्‍योंकि दोहरा शतक जमाने वाले बल्‍लेबाज को बाहर बैठाया जा रहा है। याद दिला दें कि ईशान किशन ने हाल ही में बांग्‍लादेश के खिलाफ तीसरे वनडे में रिकॉर्ड दोहरा शतक जमाया था। वेंकटेश प्रसाद ने सिलसिलेवार ट्वीट करके रोहित शर्मा सहित भारतीय टीम प्रबंधन पर जमकर भड़ास निकाली है।

भारतीय टीम के पूर्व गेंदबाजी कोच वेंकटेश प्रसाद ने रोहित शर्मा की प्रेस कांफ्रेंस का वीडियो शेयर करते हुए पहला ट्वीट किया, ‘स्‍पष्‍ट सोचें तो उस लड़के को मौका मिलना चाहिए था, जिसने भारत के आखिरी वनडे में दोहरा शतक जमाया था। यह वो सीरीज थी, जहां भारत को दो मैच और सीरीज में शिकस्‍त मिली। गिल के लिए दुनियाभर का समय है, लेकिन आपने ऐसे खिलाड़ी को बाहर किया, जिसने दोहरा शतक जमाया था।’

प्रसाद ने साथ ही सुझाव दिया कि अगर गिल को खिलाना महत्‍वपूर्ण है तो फिर केएल राहुल को बाहर किया जा सकता था। उन्‍होंने अपने अगले ट्वीट में लिखा, ‘और अगर कोई गिल को खिलाने के लिए राजी हो जाता है। तो हम उन्‍हें तीसरे नंबर पर भेज सकते हैं। इशान किशन से विकेटकीपिंग कराकर केएल राहुल को बाहर बैठा सकते हैं।’

साद ने बताया कि आखिर भारतीय टीम का प्रदर्शन सीमित ओवर में अच्‍छा क्‍यों नहीं हो रहा है। उन्‍होंने अगले ट्वीट में कहा, ‘सीमित ओवर क्रिकेट में हमारे बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाने का एक कारण है। लगातार बदलाव करना और एक लड़का, जिसने बेहतरीन प्रदर्शन किया और वक एक्‍स फैक्‍टर हो, उसे ड्रॉप कर दो।’

वेंकटेश प्रसाद ने बताया कि प्रदर्शन अब चयन का पैमाना नहीं बचा है। उन्‍होंने ऋषभ पंत का उदाहरण देते हुए इसे समझाया। प्रसाद ने अपने आखिरी ट्वीट में लिखा, ‘इंग्‍लैंड में पंत ने आखिरी वनडे में शतक जमाकर भारत को सीरीज जीत दिलाई थी। हालांकि, टी20 फॉर्म के आधार पर उन्‍हें वनडे टीम से बाहर किया गया। वहीं केएल राहुल निरंतर फेल रहे, लेकिन अपनी जगह बरकरार रखने में कामयाब हुए। प्रदर्शन अब सबसे उच्‍च मापदंड नहीं बचा। दुखद।’

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