फैकल्टी की कमी से जूझ रहा है अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज
अल्मोड़ा। अल्मोड़ा में करोड़ों की लागत से खोला गया मेडिकल कॉलेज फैकल्टी की कमी से जूझ रहा है। एक तरफ मेडिकल छात्रों को पढ़ाने के लिए प्राध्यापक नहीं हैं तो विशेषज्ञ डॉक्टर न होने से मरीज भी भटकने को मजबूर हैं। यहां एसोसिएट, असिस्टेंट प्रोफेसर सहित अन्य फैकल्टी के 60 पद रिक्त चल रहे हैं।
अल्मोड़ा में डॉक्टर तैयार करने के साथ अल्मोड़ा सहित बागेश्वर, चंपावत और पिथौरागढ़ के मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया कराने के उद्देश्य से 450 करोड़ रुपये की लागत से मेडिकल कॉलेज बनाया गया और दो साल पूर्व इसका संचालन शुरू किया गया। लंबे समय बाद भी इस मेडिकल कॉलेज में जरूरत के मुताबिक फैकल्टी की तैनाती नहीं हो सकी है।
यहां प्रोफेसर के 28, एसोसिएट प्रोफेसर के 57 और असिस्टेंट प्रोफेसर के 93 पद स्वीकृत हैं। बावजूद इसके यहां प्रोफेसर के पांच, एसोसिएट प्रोफेसर के 22 और असिस्टेंट प्रोफेसर के 30 पद रिक्त चल रहे हैं। इसके अलावा यहां तीन कैज्युअल्टी ऑफिसर की तैनाती नहीं हो सकी है। इन हालातों में जहां फैकल्टी की कमी से मेडिकल के छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है वहीं विशेषज्ञ डॉक्टर के ना होने से मरीजों को हायर सेंटर भेजना मजबूरी बन गया है।
रेडियालॉजिस्ट की भी नहीं सकी तैनाती
अल्मोड़ा। मेडिकल कॉलेज में दो साल बाद भी रेडियोलॉजिस्ट की तैनाती नहीं हो सकी है। यहां स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग से एक बांडधारी रेडियोलॉजिस्ट को तैनात किया गया है। जबकि इस पद पर चिकित्सा शिक्षा विभाग से नियमित रेडियोलॉजिस्ट की तैनाती होनी है।
महिला रोग विशेषज्ञ के दो पद हैं रिक्त
अल्मोड़ा। मेडिकल कॉलेज में महिलाओं के इलाज के लिए महिला रोग विशेषज्ञ भी नहीं हैं। यहां महिला रोग विशेषज्ञ के दो पद रिक्त चल रहे हैं। ऐसे में महिलाएं इलाज के लिए बाहर जाने को मजबूर हैं।
मेडिकल कॉलेज में रिक्त पदों का विवरण
पद स्वीकृत रिक्त
प्रोफेसर 28 05
एसोसिएट प्रोफेसर 57 22
असिस्टेंट प्रोफेसर 93 30
कैज्युअल्टी ऑफिसर 03 03
फैकल्टी की नियुक्ति प्रक्रिया शासन स्तर पर चल रही है। उम्मीद है यहां फैकल्टी की कमी जल्द दूर होगी। – डॉ. सीपी भैसोड़ा, प्राचार्य, अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज