सल्ट में पुलिस कर्मियों ने पिकअप चालक को पीटा, अस्पताल में भर्ती
मौलेखाल (अल्मोड़ा)। सल्ट में मित्र पुलिस एक पिकअप चालक की बेरहमी से पिटाई कर दी। आरोप है कि सुविधा शुल्क न देने पर उसे पीटने के बाद आसपास के लोगों के मौके पर पहुंचने पर पुलिस कर्मियों ने खुद उसे अस्पताल पहुंचाया। सूचना मिलने पर अस्पताल पहुंचे चालक के गांव वालों और परिजनों ने जमकर हंगामा कर पुलिसकर्मियों का मेडिकल कराने और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग के लिए देर रात तक हंगामा किया।
पैंसिया निवासी पिकअप चालक मनोज (25) शुक्रवार देर शाम मौलेखाल से अपने घर लौट रहा था। आरोप है कि सल्ट थाने के पास सड़क पर खड़े तीन पुलिस कर्मियों ने पिकअप रोकी और चालक से सुविधा शुल्क की मांग की लेकिन चालक ने इससे इनकार कर वाहन को भगा दिया। इससे नाराज तीनों पुलिस कर्मियों ने पिकअप का पीछा किया और तीन किमी दूर जाकर उसे पकड़ लिया।
जैसे ही चालक ने वाहन रोका तो तीनों पुलिसकर्मियों ने उसे सीट से खींचकर उस पर लाठी बरसा दीं। इस घटना में उसे गंभीर चोट आईं और वह चीखता रहा। उसकी चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और पुलिस कर्मियों से घटना कारण पूछा। आरोप है कि लोगों की भीड़ जमा होने पर तीनों पुलिस कर्मी उसे सीएचसी देवायल ले आए जहां चिकित्सकों ने उसका उपचार किया।
घटना की सूचना मिलते ही वाहन स्वामी आलम सिंह समेत चालक के परिजन और ग्रामीण अस्पताल पहुंचे और तीनों पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर हंगामा किया। इस दौरान एसओ अजेंद्र प्रसाद भी अस्पताल पहुंचे और घायल का उपचार कराने की बात कर ग्रामीणों को समझाते रहे लेकिन ग्रामीण और परिजन तीनों पुलिस कर्मियों के नशे में होने की बात कर उनका मेडिकल कराने और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे। आरोप है कि जिम्मेदार अधिकारी भी नियम-कानूनों की दुहाई देकर समझौते के लिए दबाव बनाते रहे। उच्चाधिकारी जांच की बात कर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहे हैं। देर रात जांच और उपचार के बाद घायल चालक को अस्पताल से घर भेज दिया गया।
मामला मेरे संज्ञान में है। चेकिंग के दौरान चालक के वाहन समेत भागने की बात सामने आई है। पूरे मामले की जांच होगी। यदि चालक की पिटाई हुई है तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई होगी। – अमित वर्मा, सीओ, रानीखेत।
चालक को अस्पताल लाया गया जहां उसका उपचार किया। उसके पैर और शरीर में चोट है लेकिन उसकी हालत ठीक होने पर उसे उपचार के बाद घर भेज दिया। – डॉ. रश्मि, सीएचसी देवायल, सल्ट