कोच राहुल द्रविड़ ने की घरेलू क्रिकेट की तारीफ, भारतीय टीम में सहज बदलाव का दिया श्रेय
भारत के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने भारतीय क्रिकेट टीम में सहज बदलाव का श्रेय मजबूत घरेलू उपाय और टीम के अच्छे माहौल को दिया। द्रविड़ मुख्य कोच के रूप में अब भारतीय टीम में बदलाव के दौर को देख रहे हैं। वह एक खिलाड़ी के रूप में भी ऐसा दौर देख चुके हैं जब उनके साथ सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली जैसे खिलाड़ियों ने महेंद्र सिंह धोनी को जिम्मा सौंपा था। द्रविड़ के संन्यास लेने के बाद चेतेश्वर पुजारा ने तीसरे नंबर के बल्लेबाज के रूप में अपनी भूमिका बखूबी निभाई थी और अब शुभमन गिल यह भूमिका निभा रहे हैं। यशस्वी जायसवाल ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट क्रिकेट मैच में अपने पदार्पण पर ही 171 रन बनाकर सलामी बल्लेबाज के रूप में अपना दावा मजबूत किया।
राहुल द्रविड़ ने क्या-क्या कहा?
द्रविड़ ने दूसरे टेस्ट मैच की पूर्व संध्या पर कहा, ”यह घरेलू प्रणाली की बदौलत है। यह टीम के इर्द-गिर्द के माहौल की देन है कि युवा खिलाड़ी आते ही अच्छा प्रदर्शन करने में सक्षम हैं। विशेषकर बल्लेबाजी विभाग में इस तरह के खिलाड़ियों को तैयार करने का बहुत कुछ श्रेय घरेलू प्रणाली को जाता है। इसके अलावा टीम के अंदर के सहज माहौल के कारण भी युवा खिलाड़ी आते ही अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर रहे हैं।”
भारतीय कोच ने कहा, ”कई युवा खिलाड़ी हैं जो वनडे और टी-20 में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। इसलिए निश्चित तौर पर श्रेय घरेलू प्रणाली, राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी और उन कई लोगों को जाता है जिन्होंने हमारे लिए इसे संभव बनाया।” द्रविड़ ने इसके साथ ही युवा खिलाड़ियों को आगाह किया कि उन्हें आगे कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ सकता है।
द्रविड़ ने कहा, ”मैं जानता हूं कि जायसवाल और गिल जैसे खिलाड़ियों को आगे कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा। मेरा मानना है कि आज के दौर में जब युवा खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करने लग जाते हैं और लोग उन्हें जानने लग जाते हैं तो फिर टीम उनके लिए रणनीति तैयार करने लग जाती हैं। इसलिए खिलाड़ियों को इसके लिए भी तैयार रहना होगा।’