चमोली में हुए हादसे से सीख लें अधिकारी, खुद के साथ लोगों को भी करें जागरूक
नई टिहरी। शहरी विकास और जिले के प्रभारी मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने आपदा प्रबंधन के कार्यो की समीक्षा बैठक की। उन्होंने ऊर्जा निगम के अधिकारियों को चमोली में करंट लगने से हुए हादसे से सीख लेकर सभी कार्मिकों को जागरूक रहने के साथ ही लोगों को भी जागरूक करते रहने को कहा। आरवीएनएल की सभी साइटों का निरीक्षण कर रिपोर्ट उपलब्ध कराने को कहा।
जिला सभागार में आयोजित बैठक में डीमए मयूर दीक्षित ने प्रभारी मंत्री अग्रवाल को बताया कि इस वर्ष जिले में आपदा से अब तक 300 भवन आशिंक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। आठ भवन पूर्ण क्षति हुए है। एक मानव क्षति हुई है और 77 पशु हानि हुई है। प्रभावितों को अब तक जिले में चार लाख 47 हजार मुआवजे का भुगतान किया जा चुका है।
बताया कि जिले में अलग-अलग सड़कों पर 63 जेसीबी तैनात हैं। 30 सैटेलाइट फोन 61 एंबुलेंस वाहन उपलब्ध है। डीएम ने लोनिवि और पीएमजीएसवाई को सड़कों की मरम्मत के लिए जल्द धनराशि उपलब्ध कराने का अनुरोध किया। विधायक किशोर उपाध्याय ने दैवी आपदा सहित टिहरी बांध की झील के कारण प्रभावित गांवों में हो रहे भू-धंसाव से अवगत कराया। इस मौके पर सीडीओ मनीष कुमार, डीएफओ पुनीत तोमर, एडीएम केके मिश्र, भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश नौटियाल, ब्लॉक प्रमुख सुनीता देवी, लोनिवि के एसई लोनिवि एनपी सिंह, ईई लघु सिंचाई बृजेश गुप्ता, एएमए जिला पंचायत संजय खंडूड़ी, ईई विद्युत अमित आनंद मौजूद रहे। इसके बाद मंत्री अग्रवाल ने ऋषिकेश-गंगोत्री हाईवे पर उत्तरकाशी जाते वक्त निर्माण कार्यों और आपदा से हुए नुकसान का स्थलीय निरीक्षण किया।