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प्रदेश के 31 प्रतिशत बुजुर्गों को मिल रही वृद्धावस्था पेंशन

हल्द्वानी। समाज कल्याण विभाग की ओर से पांच लाख बुजुर्गों को वृद्धावस्था पेंशन योजना का लाभ मिल रहा है। 2011 की जनगणना से तुलना पर प्रदेश में करीब 31 प्रतिशत बुजुर्ग पेंशन का लाभ ले रहे हैं। इनमें सबसे अधिक सामान्य वर्ग के बुजुर्ग हैं।

2011 की जनगणना के मुताबिक प्रदेश में वर्तमान में 16 लाख 16 हजार से अधिक लोग 60 साल की आयु पार कर चुके हैं। वर्तमान में समाज कल्याण में चार किस्तों के औसत के मुताबिक करीब पांच लाख वृद्धवस्था पेंशनर पंजीकृत हैं। यह संख्या प्रतिमाह पेंशनर बढ़ने-घटने के साथ बदलते रहती है। वृद्धावस्था पेंशन हरिद्वार जिले के अधिक बुजुर्ग पंजीकृत हैं, वहीं सबसे कम रुद्रप्रयाग के हैं।

वर्ग के अनुसार पेंशनर
सामान्य वर्ग 2,77,776
अल्पसंख्यक 46,462
ओबीसी 67608
एससी 86982
एसटी 20968

जिला कुल पेंशनर
हरिद्वार 94250
उधमसिंह नगर 78563
देहरादून 61680
अल्मोड़ा 49207
टिहरी गढ़वाल 48308
नैनीताल 37072
पौड़ी गढ़वाल 28585
पिथौरागढ़ 28023
उत्तरकाशी 22175
बागेश्वर 17258
चमोली 15990
चंपावत 15853
रुद्रप्रयाग 14429

वृद्धावस्था पेंशन का ऐसे मिलता है लाभ
पेंशन में पात्रता के लिए लाभार्थी की उम्र 60 साल से अधिक हो, बीपीएल श्रेणी या मासिक आय 4000 हजार से कम हो। गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रहे हों। सभी स्रोतों से मासिक आय 4000 से कम होने के साथ ग्रामीण क्षेत्र में भूमि ढाई एकड़ से अधिक न हो। इस योजन में वित्तीय वर्ष 2022-23 में फरवरी तक 67701.03 लाख रुपये पेंशन पर खर्च किए गए।

वृद्धावस्था पेंशन की किस्त अब हर महीने पेंशनरों के खाते में भेजी जाती है। पारदर्शिता बढ़ाते हुए आवेदन से लेकर पेंशन देने तक प्रकिया को पूरी तरह ऑनलाइन किया जा चुका है। सभी समाज कल्याण अधिकारियों को योजना में समयबद्धता, संवेदनशीलता को लेकर निर्देश दिए हैं।

आशीष भटगांई, निदेशक समाज कल्याण

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