गंगा नदी राफ्टिंग प्रबंध समिति टिहरी गढ़वाल की ओर से राफ्टिंग के पांच स्थलों पर शौचालय, चेंजिंग रुम और काउंटर की व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए समिति को शासन से करीब 77 लाख की वित्तीय स्वीकृति मिल गई है। महीने भर में इसका निर्माण कार्य शुरू होगा।
रीवर राफ्टिंग के लिए मुनि की रेती, तपोवन, स्वर्गाश्रम, लक्ष्मणझूला और आस पास क्षेत्र में रोजाना हजारों तादाद में पर्यटक राफ्टिंग की लिए आते हैं। पर्यटकों को कोई असुविधा न हो इसके लिए मरीन ड्राइव, शिवपुरी, ब्रह्मपुरी, निम बीच, फूलचट्टी में शौचालय, चेंजिंग रुम और काउंटर का निर्माण होगा। राफ्टिंग व्यावसायियों की ओर से गंगा नदी राफ्टिंग प्रबंध समिति को प्रति पर्यटक 20 रुपये सुविधा शुल्क दिया जाता है।
लेकिन राफ्टिंग प्वांइटों पर पर्यटकों ने लिए चेजिंग रुम, शौचालय, रास्ते आदि की कोई व्यवस्था नहीं है। जिसके चलते दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मुंबई आदि प्रांतों के पर्यटक अपने को ठगा सा महसूस करते हैं। लंबे समय से राफ्टिंग कारोबारी पर्यटन विभाग से पर्यटकों की लिए मूलभूत सुविधाएं दुरुस्त करने की मांग करते आ रहे हैं। एक सितंबर से 30 जून तक गंगा में राफ्टिंग का संचालन होता है। वर्ष 2022-23 सीजन में करीब साढे चार लाख पर्यटकों ने रीवर राफ्टिंग का आनंद लिया था। इस सीजन में बीते 16 सितंबर से राफ्टिंग का संचालन शुरू हुआ है।पांच राफ्टिंग स्थलों पर शौचालय, चेंजिंग रुम और काउंटर बनाने के लिए करीब 77 लाख की वित्तीय स्वीकृति मिल गई है। महीने भर के अंदर कार्य धरातल पर शुरू किया जाएगा। इनके निर्माण होने से पर्यटकों को थोड़ी सहूलियत मिलेगी। -खुशाल सिंह नेगी, साहसिक पर्यटन खेल अधिकारी।