त्यौहार के मौसम में सरकार हुई सख्त:मिलावटखोरों की आएगी शामत:Secretary-Commissioner डॉ R राजेश का फरमान,`करें सख्त कार्रवाई’:हरिद्वार में पनीर के नमूने हानिकारक-घातक पाए जाने पर मुकदमे के आदेश
त्यौहार आ रहे और सरकार ने भी कमर कस के मिलावटखोरों पर कड़क Action लेने का Mood बना लिया है.Secretary (Health) और Commissioner (Food Safety-Drugs) डॉ R राजेश कुमार ने आज इस बाबत सख्त फरमान जारी कर दिया.
दशहरा-दिवाली-भैय्या दूज पर्व आने के साथ ही मिठाइयों के लिए मावा और दूध-कई अन्य खाद्य पदार्थों में इस्तेमाल होने वाली वस्तुओं की मांग बढ़ जाएगी.मांग अधिक और आपूर्ति कम होने के चलते हर साल नकली मावा-मिलावटी दूध के केस सामने खूब आते रहते हैं.
इस खतरे को देखते हुए लोगों को नकली खाद्य पदार्थों से बचाने के लिए डॉ RR ने मिलावट रोकने के लिए मातहत अफसरों को अभी से कार्य योजना तैयार कर कार्रवाई शुरू करने की हिदायत दी.उन्होंने खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने-सर्विलांस-विधिक नमूनों का संग्रहण व त्वरित जांच, खाद्य प्रतिष्ठानों का सघन निरीक्षण पर जोर देने और Mobile Food Testing के जरिये मिलावट की जांच कर पकड़ने के भी निर्देश दिए.
राज्य में 500 फूड सैम्पल हर महीने जांच के लिए भेजने को भी कहा. हिदायतों के मुताबिक First Phase में अक्टूबर से दिसंबर- 2023 तक सर्विलांस में दूध एवं दुग्ध पदार्थ, मसाले, खाद्य तेल, मिठाईयां और खाद्य पदार्थों के नमूनों की प्राथमिकता के आधार पर सर्विलांस जांच कराई जाएगी.जिला स्तर पर विधिक नमूनों के संग्रहण में भी तेजी लाई जाएगी.
मुख्यालय स्तर से गठित Special Team ने पिछले महीने हरिद्वार में दुग्ध उत्पादों की जांच के लिए पनीर के 2 नमूनों को लैब में भेजा था.रिपोर्ट में नमूने हानिकारक और घातक बताए गए हैं.CJM हरिद्वार की अदालत में अब वाद दायर किया जाएगा.इसकी संस्तुति कर दी गई है.