कोपा इटेलियन कप / नेपोली ने छठी बार खिताब जीता, युवेंटस को पेनल्टी शूटआउट में 4-2 से हराया; रोनाल्डो बाहर बैठकर टीम को हारते हुए देखते रहे
इटली के फुटबॉल टूर्नामेंट कोपा इटेलियन कप को क्लब नेपोली ने छठी बार अपने नाम कर लिया है। उसने बुधवार को फाइनल में क्रिस्टियानो रोनाल्डो की टीम युवेंटस को पेनल्टी शूटआउट में 4-2 से शिकस्त दी। कोरोनावायरस के बीच यह मैच बगैर दर्शकों के खेला गया। नेपोली ने पिछली बार 2014 में यह खिताब जीता था।
दोनों टीमों के बीच फाइनल बगैर किसी गोल के ड्रॉ हो गया था। इसके बाद पेनल्टी शूटआउट से मुकाबले का नतीजा निकला। रोनाल्डो को टीम की ओर से पेनल्टी लेनी थी, लेकिन इससे पहले पाओलो डिबाला और डेनिलो गोल करने से चूक गए। ऐसे में अपनी बारी आने से पहले रोनाल्डो डगआउट में बैठकर टीम को हारते हुए देखते रहे
फाइनल 200 से ज्यादा देशों में लाइव दिखाया गया
नेपोली के लिए लॉरेंजो इंसिग्नी, मेटियो पोलितनो, निकोला मक्सिमोविच और अर्कदियुस्ज मिलिक ने 1-1 गोल किए। वहीं, युवेंटस की ओर से लियोनार्डो बोनुकी और आरोन रामसे ने गोल दागा। यह फाइनल मैच चीन और भारत समेत 5 महाद्वीप के 200 से ज्यादा देशों में लाइव दिखाया गया था।
रोनाल्डो के साथी खिलाड़ी जुआन कॉडराडो ने कहा, ‘‘मैच हारने के बाद वे थोड़ा दुखी थे। जब भी मैच पेनल्टी शूटआउट में जाता है, तो यह एक लॉटरी की तरह हो जाता है।’’ उन्होंने कहा कि रोनाल्डो के पास मैच के 5वें मिनट में गोल करने का शानदार मौका था, लेकिन नेपोली के दूसरी पसंद रहे गोलकीपर एलेक्स मेरेट ने कोशिश नाकाम कर दी थी।
रोनाल्डो तेज रफ्तार के लिए जूझ रहे हैं
युवेंटस के कोच मॉरिजियो सारी ने कहा कि रोनाल्डो जिस तेज रफ्तार के लिए फेमस हैं, अब उसके लिए जूझ रहे हैं। यह सब लॉकडाउन के कारण मिले आराम की वजह से हुआ है। उन्होंने कहा कि खिलाड़ी जब लंबे समय तक मैच नहीं खेलते हैं, तो ऐसा होना आम बात है। वहीं, इस जीत के साथ ही नेपोली को यूरोपा लीग के ग्रुप स्टेज में डायरेक्ट एंट्री मिल गई है।
2012 के फाइनल में नेपोली ने युवेंट्स को हराया था
नेपोली और युवेंटस कोपा इटेलियन के फाइनल में 12वीं बार आमने-सामने आई थीं। इसमें दोनों टीमें 5-5 बार मैच जीतने में कामयाब हो सकीं। जबकि दो मुकाबले ड्रॉ खेले गए। पिछली बार दोनों टीमें मई 2012 के फाइनल में टकराई थीं। इस मैच में भी नेपोली को सफलता मिली थी। टीम युवेंटस को 2-0 से हराया था।