बर्फबारी शुरू होते ही पहाड़ों पर उमड़ी पर्यटकों की भीड़, नैनीताल और मुनस्यारी हुआ पैक; होटल फुल
बागेश्वर। रामनवमी और दशहरे के अवकाश होने से पर्यटकों का रुख पहाड़ की ओर होने लगा है। अब दीपावली बाद तक नैनीताल, कौसानी और मुनस्यारी की पहाड़ियां और प्राकृतिक सुंदरता पर्यटकों को अपनी ओर खींचेगी। जबकि कॉर्बेट नेशनल पार्क रामनगर में नवंबर से वन्यजीव प्रेमी पर्यटक बढ़ेंगे। इस समय को पर्यटन की दृष्टि से गुजराती व बंगाली सीजन भी कहा जाता है। होटल और रिसोर्ट आदि में एडवांस बुकिंग लगातार हो रही है। बंगाल व गुजरात के अलावा दिल्ली, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र आदि राज्यों से पर्यटकों की आवाजाही बढ़ गई है।
मिनी स्विट्जरलैंड कहा जाने वाला उत्तराखंड का खूबसूरत हिल स्टेशन कौसानी पर्यटकों से गुलजार है। होटल, रिसोर्ट, होम स्टे भर गए हैं। वर्षा के बाद कौसानी के श्रृंगार में भी चार-चांद लगे हैं। ठंडी हवा और सुबह की गुनगुनी धूप के अलावा सूर्योदय के साथ ही यहां से हिमालय दर्शन का शानदार नजारा पर्यटकों को खूब पसंद आ रहा है। यहां दिसंबर अंत तक पर्यटकों की आवाजाही रहेगी। कौसानी में 50 से अधिक होटल व 10 होम स्टे हैं। अभी 30 अक्टूबर तक होटलों की बुकिंग फुल है। उसके बाद दीपावली पर्व पर भी यहां पर्यटन व्यवसाय बढ़ता है। जिसकी भी तैयारियां शुरू हो गई हैं। कौसानी में अनाशक्ति आश्रम, लक्ष्मी आश्रम, कौसानी शाल फैक्ट्री, स्टेट गेस्ट हाउस, राधा कृष्ण मंदिर, चाय बागान, पिनाथेश्वर, रूद्राधारी मंदिर, शांति वन के अलावा बैजनाथ धाम और झील पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है।
जिला पर्यटन अधिकारी पीके गौतम का कहना है कि कौसानी भ्रमण के साथ-साथ पर्यटक बैजनाथ झील में नौकायन का भी आनंद उठा रहे हैं। इधर, नैनीताल का आटम सीजन अंतिम पड़ाव पर जा पहुंचा है और पर्यटन कारोबारी गुजराती सीजन की तैयारी में जुट गए हैं। गुजराती सीजन दीवाली तक चलेगा। इस बार बंगाली सैलानी ग्रुप में अधिक पहुंचे।
नैनीताल व आसपास के करीब पांच सौ छोटे-बड़े होटल, रिसोर्ट व होम स्टे आदि हैं। वीकेंड के आसपास छुट्टियों की वजह से दिल्ली, एनसीआर व उत्तर प्रदेश के सैलानी बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। दीपावली के बाद कपल सीजन शुरू हो जाएगा, जो पूरे शीतकाल जारी रहेगा। सैलानियों को आकर्षित करने के लिए नवंबर प्रथम सप्ताह से होटलों मे विशेष छूट मिलने लगेगी।