मथुरा पुरी के विश्राम घाट से पांच दिन पूर्व शुभारंभ हुई गोपाल वैष्णव पीठ गोपाल मंदिर के सानिध्य में मथुरा पुरी की पंचकोसी दण्डवती परिक्रमा आज जगन्नाथ मंदिर, बलभद्र कुण्ड से प्रारंभ होकर, भूतेश्वर अखाड़े पर विराजमान वीर हनुमान,गोप वाराह भगवान, उद्धव भगवान,गोप बलभद्र (दाऊजी भगवान), सत्यनारायण, बड़े गणेश जी महाराज, नृसिंह भगवान, बद्रीनाथ भगवान, बालाजी हनुमान, भूतेश्वर महादेव,पातल में विराजमान महाकाली, मथुरा नाथ भगवान,पोतरा कुंड , पुरानी कारागार केशव देव का नमन् , दर्शन, दण्डवती परिक्रमा करते हुए प्राचीन केशव देव मंदिर प्रांगण तक लगाईं। आज दण्डवती परिक्रमा का शुभारंभ होते ही बल बलभद्र कुण्ड पर इंद्र देव ने रिमझीम बरसात करके सर्वप्रथम श्रृद्धालुओ का स्वागत सत्कार किया जिससे यह प्रतीत हो रहा था की इस अलौकिक दण्डवती परिक्रमा का आंनद देव गण प्रत्यक्ष प्रकट होकर ले रहे हैं, बलभद्र कुण्ड उद्धव जी की बगीची, एवं अभी न्यूज चैनल परिवार, कन्हैयालाल गोवर्धन नमकीन वाले परिवार, राधिका साड़ी मिल्स परिवार जगन्नाथ पुरी, पूर्व राज्यमंत्री रविकांत गर्ग, वरिष्ठ अधिवक्ता मुकेश खण्डेलवाल द्वारा मार्ग में भव्य स्वागत सत्कार किया गया। हल्की बूंदाबांदी का आंनद लेते हुए श्रद्धालु कतार वृद्ध होकर , दण्डवती लगाते हुए गुरु और गोपाल के साथ भूतेश्वर महादेव जगन्नाथ पुरी , पोतरा कुंड होते हुए केशव देव मंदिर प्रांगण में दण्डवती पूर्ण करते समय अन्तिम क्षणों में झमाझम बारिश में परिक्रमा लगाते हुए पहुंच गए, जहां पर पं. सोहनलाल शर्मा सहित श्री केशव देव मंदिर प्रबंध समिति के पदाधिकारियों ने श्री गोपाल जी महाराज की छवि पर माल्यार्पण कर एवं श्री गोपाल वैष्णव पीठाधीश्वर श्री पुरूषोत्तम लाल जी महाराज और गोपाल मंदिर परिवार के आचार्यों को शाल पुष्प मालाएं पहनाकर एवं दण्डवती परिक्रमा लगाकर मंदिर प्रांगण में पधारे श्रृद्धालुओ का भव्य पुष्प वर्षा कर अभिनन्दन किया। इस अवसर पर भक्त जनो को आर्शीवचन प्रदान करते हुए श्री गोपाल वैष्णव पीठाधीश्वर श्री पुरूषोत्तम लाल जी महाराज ने कहा कि आज सभी श्रद्धालुओं ने शिवस्थल में विराजमान देव गणों को नमन करते हुए परिक्रमा लगाई है मथुरा पुरी में यह सभी देव युगों से इसी स्थान पर विराजमान हैं,शिव स्थल क्षेत्र में विराजमान भूतेश्वर महादेव इस क्षेत्र के प्रधान देव हैं और मथुरा पुरी बृजमंडल तीर्थ क्षेत्र के कोतवाल के रूप में विराजमान हैं। वाराह पुराण में वाराह भगवान पृथ्वी देवी को मथुरा पुरी की विशेषता का वर्णन करते हुए कहते हैं कि हे वसुंधरे
केशवो न समो देव:, माथुरों न समोद्विज:।विश्रान्ति न सममं तीर्थ,सत्यं सत्यं वसुंधरे।।आज कितना सुन्दर दिवस है कि मथुरा पुरी के पुण्य तीर्थ विश्राम से दण्डवती परिक्रमा करते हुए, माथुर चतुर्वेदी ब्राह्मण अपने गुरु गोविंद के सानिध्य में मथुरा पुरी के प्रधान देव केशव भगवान के दर्शन कर रहे हैं,यह अलौकिक लाभ केवल प्रभु कृपा से हम सबको मिल रहा है।इस अवसर पर श्री गोपाल वैष्णव पीठ, गोपाल वेद पाठशाला गोपाल मंदिर के आचार्य श्री कुंज किशोर भूरा बाबा, यदुनंदन जी लाला बाबा,छोटू बाबा, सहित गोपेश्वर नाथ चतुर्वेदी, रामकिशन पाठक, धनेश दत्त चतुर्वेदी, रामदास चतुर्वेदी, रविन्द्र नाथ चतुर्वेदी, दाऊजी तिवारी, सुनील चतुर्वेदी, सुमित पाठक,अमित पाठक, बंशीधर पांडे, मनोज चतुर्वेदी,काजू, राधा बल्लभ, अनिल घी वाले, गोविंद, माधव, आकर्ष, आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।