ग्वालियर में कोहरे से हुई सुबह की शुरुआत सालों बाद दिसंबर का पहला सप्ताह गर्म, दो दिन बाद बढ़ेगी ठंड
ग्वालियर में शुक्रवार की सुबह कोहरा के साथ हुई है। शहर में कोहरा कम नजर आया, लेकिन हाइवे पर यह ज्यादा घना नजर आया। दृश्यता एक किलोमीटर के लगभग रही है। ग्वालियर में शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 13.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है। दिसंबर का पहला सप्ताह में 12 से 17 डिग्री सेल्सियस के बीच न्यूनतम तापमान रहा है। जिस कारण दिसंबर का पहल सप्ताह अन्य वर्षो की तुलना में ज्यादा गर्म निकला है। इससे पहले साल 2006 में इस तरह का सप्ताह गुजरा था, जबकि साल 2000 में दिसंबर के पहले सप्ताह में तापमान 3 डिग्री तक चला गया था। पर मौसम विभाग की माने से अब बादल हट गए हैं और दो दिन में उत्तर से आने वाली ठंडी हवा कड़ाके की ठंड का अहसास करा सकती है। ग्वालियर में शुक्रवार की सुबह कोहरा रहा, लेकिन 8 बजे के बाद धूप खिलते ही सर्दी गायब हो गई। जहां गुरुवार को दिन में तापमान में 24.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ था और शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 13.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।
उत्तर से आने वाली हवा बढ़ाएगी ठंड
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह का कहना है कि 10 दिसंबर के बाद रात में ठिठुराने वाली सर्दी का दौर आएगा। उत्तरी हवा चलने से तापमान में गिरावट आएगी। जिसका असर मैदान इलाकों में कड़ाके की ठंड के रूप में देखने को मिलेगा। दक्षिण भारत में आए चक्रवाती तूफान मिचौंग के कारण ठंडी हवाएं अंचल की ओर नहीं आ रही है, लेकिन दो दिन बाद सर्दी का दौर शुरू होने वाला है।
सात दिन में आए हार्ट अटैक के 60 मामले
ग्वालियर सर्दी बढ़ने से हार्ट अटैक के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। हृदय संबंधी परेशानी लेकर जेएएच, अन्य हार्ट सेंटर में सात दिन में 60 से अधिक मरीज भर्ती हुए। 1 नवंबर से 15 नवंबर तक जब दिन का तापमान 28 डिग्री से 33 डिग्री तक तथा रात का तापमान 12.2 डिग्री से 17.3 डिग्री तक रहा था। इस दौरान हार्ट अटैक के 149 मरीज आए थे, जिसमें से एक की मौत हुई थी। 16 नंवबर से लेकर अब तक दिन का तापमान 27.7 डिग्री से लेकर 20.1 डिग्री के बीच रहा है और रात का तापमान 9.4 डिग्री से 17.2 डिग्री रहा है। इस बीच उक्त तीनों अस्पतालों में हार्ट अटैक के मरीजों की संख्या 299 पहुंच गई। दिसंबर को पहले सप्ताह में भी आधा सैकड़ा केस हार्ट अटैक के चुके हैं।
ये बरतें सावधानी
अधिक ठंड में सुबह टहलने न जाएं।
घी, तेल व अचार का सेवन कम से कम करें।
ताजा बना हुआ भोजन करें।
नियमित रूप से जांच कराएं।
दांत, छाती, पेट दर्द न करें नजर अंदाज।