दून में डोर-टु-डोर कूड़ा उठान की व्यवस्था को ढर्रे पर लाने के लिए तैयारी शुरू हो गई है। अब हल्द्वानी बैणी सेना की तर्ज पर कूड़ा उठान और निगरानी के साथ ही यूजर चार्ज वसूलने की जिम्मेदारी महिला स्वयं सहायता समूहों को देने की तैयारी की जा रही है। नगर निगम ने इसका प्रस्ताव बनाकर कर स्वीकृति के लिए नगर निगम प्रशासक और डीएम सोनिका को सौंप दिया है। स्वीकृति मिलते ही इस पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
नगर निगम के 97 वार्डों में डोर-टु-डोर कूड़ा उठान की जिम्मेदारी निगम ने तीन कंपनियों वाटर ग्रेस, ईकॉन और सनलाइट को सौंपी है। वाटर ग्रेस के पास 47 वार्ड, ईकान के पास 26 और सनलाइट के पास 25 वार्डों में कूड़ा उठान की जिम्मेदारी है। दो कंपनियों ब्रेन अवव और वी-ब्यायज को डोर-टु-डोर कूड़ा उठान निगरानी की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
निगरानी के लिए इन दोनों कंपनियों को हर महीने दस से बारह लाख का भुगतान किया जा रहा है। लेकिन इसके बाद भी निगम की डोर-टु-डोर कूड़ा उठान की व्यवस्था पटरी पर नहीं आ रहा है। शहर के 47 वार्डों जिसकी जिम्मेदारी वाटर ग्रेस कंपनी को सौंपी है, इन वार्डों की सबसे ज्यादा शिकायतें निगम को पहुंच रही हैं।
पहले हो चुके प्रयास, विरोध के बाद पीछे खींचने पड़े हाथ
पूर्व मुख्य नगर आयुक्त मनुज गोयल ने घर-घर कूड़ा उठान की निगरानी और यूजर चार्ज वसूलने की जिम्मेदारी महिला स्वयं सहायता समूह को सौंपने का प्रस्ताव तैयार किया था। बाकायदा प्रस्ताव बोर्ड बैठक में भी रखा गया था। कुछ पार्षदों ने इसका विरोध किया था। जिसके बाद बोर्ड बैठक में प्रस्ताव को स्वीकृति नहीं पाई थी।
डोर-टु-डोर कूड़ा उठान की व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए प्रशासक व जिलाधिकारी ने स्वयं सहायता समूहों को निगरानी की जिम्मेदारी सौंपने के लिए प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए थे। जिस पर प्रस्ताव तैयार कर जिलाधिकारी को सौंप दिया गया है। स्वीकृति मिलने के बाद इस पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। -गौरव कुमार,नगर आयुक्त नगर निगम