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न्‍यूजीलैंड में लॉकडाउन के कारण बड़ी संख्‍या मेें विदेशी पर्यटक फंसे थे जिन्‍हें आज स्‍वदेश भेजा जा रहा

पिछले सप्‍ताह से लागू किए गए लॉकडाउन के कारण न्‍यूजीलैंड में करीब 100,000 पर्यटक फंस गए थे। शुक्रवार को इन पर्यटकों को विमान के द्वारा इन्‍हें अपने देश भेजा गया। कोरोना वायरस संक्रमण पर रोक लगाने के लिए एक महीने का लंबा लॉकडाउन न्‍यूजीलैंड में लगाया गया था। इस कारण कई पर्यटकों को वहीं रोक दिया गया।

बता दें कि घरेलू विमानों पर लगी रोक के कारण पर्यटक देश के ऑकलैंड एयरपोर्ट पर अपने घरों के लिए अंतरराष्‍ट्रीय विमान लेने में असफल थे। विदेश मंत्री विंस्‍टन पीटर्स ने गुरुवार को ऐलान किया कि पर्यटक घरेलू विमानों की सेवा ले सकते हैं क्‍योंकि वे लंबे समय से यहां फंसे हैं। उन्‍होंने बताया कि इसके लिए विदेशों द्वारा चार्टर विमानों की सुविधा दी जा रही है जिसे न्‍यूजीलैंड में अनुमति दे दी गई साथ ही नियमित कामर्शियल विमानों को भी अनुमति दी गई।

अधिकारियों ने कहा 37,000 पर्यटकों ने अपने दूतावासों में घर वापसी को लेकर आवेदन किया। हालांकि पीटर्स ने एक रेडियो स्‍टेशन RNZ को इंटरव्‍यू में बताया था कि घर वापसी की चाहत रखने वाले कुल 100,000 पर्यटक हैं। एयर न्‍यूजीलैंड (Air New Zealand) ने बताया कि जर्मन सरकार द्वारा कई चार्टर्ड विमान शुक्रवार को यहां फंसे जर्मन यात्रियों को ऑकलैंड से फ्रैंकफर्ट लेकर गई। पिछले सप्‍ताह वेलिंगटन में जर्मन दूतावास (German Embassy) में 12,000 से अधिक लोगों ने देश वापसी के लिए साइन अप किया था।

ब्रिटिश हाई कमिश्‍नर लॉरा क्‍लार्क ने कहा कि 10,000 ब्रिटिश पर्यटकों ने देश वापसी का आग्रह किया है। क्‍लार्क ने ट्वीटर पर वीडियो पोस्‍ट किया। इसमें उन्‍होंने कहा, ‘हमारे पास चार्टर्ड विमान हैं फिर भी कॉमर्शियल विमानों की भी जरूरत है।’

अधिकांश पर्यटक ब्रिटेन और यूरोप के हैं। इसके अलावा एशिया के 2,700 पर्यटक, दक्षिण व उत्‍तरी अमेरिका के 3,800 पर्यटकों ने देश वापसी के लिए आवेदन किया है। पीटर्स ने कहा कि कतर एयरवेज के विमान न्‍यूजीलैंड से यूरोप के लिए हर दिन एक या दो हैं। न्‍यूजीलैंड में कोविड-19 के 868 संक्रमण के मामले हैं जबकि इसके कारण एक मरीज की मौत हो गई है। इसमें से आधे संक्रमित मामलों की ट्रैवल हिस्‍ट्री ओवरसीज की है।

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