उधारी पर दिए पांच हजार रुपए वापस नहीं कर रहा था गौरव, इसलिए नशेड़ी दोस्तों के साथ मिलकर की हत्या
ग्वालियर। जनकगंज थाना पुलिस ने अंधे कत्ल का खुलासा कर दिया। वारदात को अंजाम देने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने दबोच लिया है। आरोपी, पुलिस से बचने के लिए बहोड़ापुर इलाके में छिपे हुए थे। दोनों आरोपी मृतक के दोस्त थे और 5 हजार रुपए के लेनदेन पर वारदात को अंजाम देना स्वीकारा। पुलिस ने आरोपियों से वारदात में प्रयुक्त सरिया बरामद कर लिया है। एएसपी सत्येन्द्र सिंह तोमर ने बताया कि बुधवार की सुबह गोल पहाडिय़ा स्थित नवग्रह कॉलोनी में एक युवक की लाश मिली थी। मृतक की पहचान गौरव सोनी के रूप में हुई थी और पड़ताल में पता चला कि मृतक को कुछ युवक उसके घर से बुलाकर लाए थे। इसका पता चलते ही पुलिस ने आस-पास के सीसीटीवी कैमरे तलाशे तो पता चला कि इस रास्ते पर सीसीटीवी कैमरे नहीं हैं। मामले में मृतक के मोबाइल नंबर की डिटेल और आस-पास पूछताछ में पता चला कि आखिरी बार मृतक पास ही रहने वाले कालू उर्फ विशाल जाटव व नाबालिग निवासी बहोड़ापुर के साथ देखा गया था और जब वह वापस गए थे तो वह अकेले ही वापस लौट रहे थे। इसका पता चलते ही पुलिस ने विशाल की तलाश की तो वह अपने घर से गायब मिला। उसके नंबर की पड़ताल की तो वह भी बंद मिला। हामिद के घर मिले आरोपी पुलिस ने कालू के गायब मिलने पर नाबालिग की तलाश की तो पता पता चला कि वह बहोड़ापुर में रहता है। यहां पर दबिश दी तो पता चला कि वह रिश्ते के भाई हामिद के घर पर है। पुलिस ने वहां पर दबिश दी तो आरोपी को दबोच लिया। पहले तो वह खुद को बेकसूर बताते रहे, लेकिन जब पुलिस ने उनकी चोटों के बारे में पूछा तो वारदात का खुलासा हो गया। रुपए वापस नहीं कर रहा था इसलिए की हत्या आरोपियों ने बताया कि कालू ने कुछ समय पूर्व गौरव को पांच हजार रुपए उधार दिए थे, लेकिन वह वापस नहीं कर रहा था। बीती रात वह स्मैक का नशा कर रहे थे और जब उसने पैसे वापस मांगे तो वह विवाद पर उतर आया और पास ही रखा सब्बल उसके सिर पर मारा जिससे वह घायल हो गया और गुस्से में वहीं सबल छीन कर उस पर वार कर दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने उनकी निशानदेही पर वारदात में प्रयुक्त सब्बल भी बरामद कर लिया है। इस अंधे कत्ल का खुलासा में सीएसपी आत्माराम शर्मा, जनकगंज थाना प्रभारी संजीव नयन शर्मा का उनकी टीम का उत्कृष्ट प्रदर्शन रहा।