उत्तराखंड परिवहन निगम की इनकम बढ़ाने पर होगा मंथन, लापरवाह कर्मचारी नपेंगे
हल्द्वानी : पांच सौ करोड़ से अधिक का घाटा झेल रहा उत्तराखंड परिवहन निगम अब कुछ हरकत में आया है। मुख्यालय से सभी आरएम व एआरएम को निर्देशित किया गया है कि डिपोवार रिपोर्ट तैयार करें। ताकि निगम को घाटे से उबारा जा सके। इसके अलावा लगातार अनुपस्थित व अन्य मामलों में आरोपित पाए गए कर्मचारियों की जानकारी मांगने के साथ इनके खिलाफ हुई विभागीय कार्यवाही का ब्यौरा भी मांगा है। जल्द इस संबंध में मुख्यालय स्तर पर बैठक कर विस्तार से चर्चा होगी। उम्मीद है कि बैठक के बाद नया प्लान तैयार होगा। ताकि रोडवेज को कंगाली को दूर किया जा सके।
परिवहन निगम द्वारा भेजे गए पत्र में अफसरों से कई बिंदुओं पर जानकारी मांगी गई है। डिपो में वर्तमान बस संचालन, अलग-अलग रूटों पर बसें दौड़ाने के बाद होने वाली आय, वेतन ऑनलाइन बनाए जाने व अनुशासन तोडऩे के मामलों में अब तक हुई कार्यवाही पूछी गई है। इसके अलावा डिपो और मंडलवार कर्मचारियों की संख्या और संचालन के हिसाब से जरूरत बताने को कहा गया है। निगम मुख्यालय का कहना है कि कोरोना के मामले कम होने पर जब बसों का संचालन सुचारू होने लगेगा तब और वर्तमान में आय में कितना फर्क आएगा। वहीं, सख्ती के मूड में आए निगम ने अप्रैल से जून के बीच यानी कोरोना के दौरान ड्यूटी से गैरहाजिर रहे लोगों का ब्यौरा भी तलब किया है। वर्चुअल बैठक से इन सब मामलों को लेकर चर्चा होगी