आखिरी बार विंबलडन खेल रही सानिया का कमाल, शानदार जीत के साथ दूसरे दौर में जगह बनाई
भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा और उनके क्रोएशिया के जोड़ीदार मेट पैविक ने विंबलडन ओपन में पहले दौर की बाधा पार कर ली है। इन दोनों ने डेविड वेगा और नतेला की जोड़ी को 6-4, 3-6, 7-6 के अंतर से हराकर दूसरे दौर में जगह बनाई है। यह सानिया का आखिरी विंबलडन ओपन है और उन्होंने मिश्रित युगल में इसकी शानदार शुरुआत की है। सानिया पहले ही एलान कर चुकी हैं कि इस सीजन के बाद वो टेनिस से संन्यास ले लेंगी।
महिला युगल के अपने पहले मुकाबले में सानिया मिर्जा और उनकी चेक गणराज्य की जोड़ीदार लूसी ह्रादेका को हार का सामना करना पड़ा था। पहले दौर में हार के साथ ही महिला युगल में सानिया की उम्मीदें खत्म हो गई थी, लेकिन मिश्रित युगल में उनकी उम्मीदें कायम हैं। महिला युगल में सानिया और लूसी की जोड़ी को पोलैंड की मैगडलीना और ब्राजील की बीत्रोज हदाद माइया ने 4-6, 6-4, 6-2 के अंतर से मात दी थी।
35 साल की सानिया ने अपने करियर का एकमात्र विंबलडन खिताब मार्टिना हिंगिस के साथ जीता था। 2015 में यह कारनामा करने के बाद सानिया कोई बड़ा खिताब नहीं जीत पाई हैं।
विंबलडन के आधिकारिक पेज पर सानिया का एक वीडियो शेयर किया गया है, जिसमें उन्होंने कहा कि वो विंबलडन को याद करेंगी, लेकिन यह आगे बढ़ने का समय है। उन्होंने कहा “जीवन में कई चीजें हैं जो समय के साथ टेनिस खेलने से ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाती हैं और मैं अब उस स्थिति में पहुंच गई हूं।