अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में बनेगा खिलाड़ियों के लिए छात्रावास
हल्द्वानी। 40 एकड़ में 2015 से तैयार हो रहे गौलापार अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम के मई-जून माह में पूरा होने के आसार हैं। लाइटिंग, मल्टी परपज हॉल में फ्लोरिंग के अलावा डाइविंग और लर्निंग पूल का काम अभी गतिमान है। स्टेडियम में बैडमिंटन, क्रिकेट और वॉलीबाल के खिलाड़ियों के लिए छात्रावास बनाने का प्रस्ताव भी तैयार कर लिया गया है।
खेल विभाग की ओर से तैयार छात्रावास के प्रस्ताव में प्रत्येक छात्रावास में 25-25 खिलाड़ियों के रहने की व्यवस्था होगी। छात्रावास में सिर्फ उत्तराखंड राज्य के खिलाड़ी ही रह सकेंगे। जब तक छात्रावास का निर्माण नहीं हो जाता तब तक नए सत्र में आने वाले खिलाड़ियों के लिए गौलापार स्टेडियम में रहने की व्यवस्था खेल विभाग की ओर से की जा रही है।
खिलाड़ियों के लिए यह सुविधा रहेगी
खाने, रहने की नि:शुल्क व्यवस्था के अलावा मेडिकल, पढ़ाई और राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता के लिए चयनित होने पर उन्हें आने-जाने के लिए भुगतान की व्यवस्था होगी।
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स्टेडियम में अधूरे बचे काम
गौलापार अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम की नींव 2014 में पड़ी और 2015 में काम शुरू हुआ। निर्माणदायी संस्था नागार्जुन कंस्ट्रक्शन कंपनी की ओर से 2017 में स्टेडियम का निर्माण पूरा किया जाना था लेकिन किसी तरह स्टेडियम का अधिकांश काम 2021 में पूरा हो सका। इसके बाद सितंबर 2022 में स्टेडियम को खेल विभाग के हैंडओवर कर दिया गया। पेयजल निर्माण निगम 15.10 करोड़ रुपये से यहां लाइटिंग, मल्टी परपज हॉल में फ्लोरिंग, लर्निंग पूल और डाइविंग पूल का काम करा रहा है।
कोट
निर्माण के जो कार्य अधूरे हैं इस साल मई-जून तक पूरे होने की संभावना है। खिलाड़ियों के लिए छात्रावास बनाने की मांग निदेशालय को भेेजी गई है। तब तक छात्रों के रहने की व्यवस्था गौलापार स्टेडियम में ही की जाएगी।
– सुरेश पांडे, डिप्टी डायरेक्टर, स्पोर्ट्स उत्तराखंड