सर्दी में भले ही मेघ रूठे, लेकिन गर्मियों में मौसम हुआ मेहरबान; टूटा 26 साल का कीर्तिमान
देहरादून: उत्तराखंड में शीतकाल में भले ही मेघ रूठे रहे, लेकिन गर्मियों में मौसम खूब मेहरबान है। प्रदेशभर में अप्रैल में झमाझम वर्षा का दौर बना रहा और सामान्य से करीब डेढ गुना वर्षा हुई। जबकि, देहरादून में बीते 26 वर्षों में अप्रैल में सर्वाधिक वर्षा दर्ज की गई
दून में बीते माह कुछ वर्षा 87 मिलीमीटर से अधिक हुई, जो कि वर्ष 1997 में हुई 111.1 मिमी के बाद सर्वाधिक है। वहीं, प्रदेशभर में अप्रैल में औसत वर्षा 64 मिमी दर्ज की गई, जो कि सामान्य से 62 प्रतिशत अधिक है। इस दौरान माह के ज्यादातर दिन तापमान भी सामान्य से कम दर्ज किया गया
इस वर्ष जनवरी और फरवरी में मौसम रूठा रहा और नाम मात्र की ही वर्षा हुई। जबकि, मार्च के बाद से मौसम कुछ ज्यादा ही मेहरबान बना हुआ है। मार्च में प्रदेश में सामान्य से करीब 30 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई। वहीं, अप्रैल में तो सामान्य से 62 प्रतिशत अधिक वर्षा रिकार्ड की गई।
ऐसे में इस पूरे सीजन में एक मार्च से 30 अप्रैल तक सामान्य से 36 प्रतिशत अधिक वर्षा हो चुकी है। सीजन में सामान्य वर्षा 94 मिमी के सापेक्ष प्रदेश में 128 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई। अप्रैल में दून में 87 मिमी वर्षा हुई, जो कि वर्ष 1997 के बाद सर्वाधिक है। इससे पहले वर्ष 2020 में 86.3 मिमी वर्षा दर्ज की गई थी। इस बार ऊधम सिंह नगर में सर्वाधिक और हरिद्वार में सबसे कम वर्षा हुई