मेडिकल कॉलेज:100 बेड की इमरजेंसी विंग बनेगी, पल्मोनरी मेडिसिन और कैंसर यूनिट का भी प्रस्ताव
सीकर सांवली में मेडिकल काॅलेज भवन के सामने कल्याण आराेग्य सदन की खाली जमीन पर 100 बेड की इमरजेंसी विंग बनाई जाएगी। 60 साल पहले ट्रस्ट द्वारा बनाए अस्पताल भवन में पल्माेनरी मेडिसिन (फेफड़े) और कैंसर यूनिट शुरू की जाएगी। मेडिकल काॅलेज प्रबंधन ने तीनाें प्रपाेजल तैयार कर राज्य सरकार काे भिजवा दिए हैं। आरएमआरएस मीटिंग में कलेक्टर इस संबंध में ट्रस्ट पदाधिकारियाें से चर्चा कर चुके हैं।
भविष्य में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार की जरूरत के कारण इमरजेंसी विंग सांवली में शिफ्ट हाेगी। फिलहाल काॅलेज परिसर और निर्माणाधीन अस्पताल भवन के पास ट्राेमा यूनिट शुरू करने के लिए जमीन नहीं है। इसलिए काॅलेज प्रबंधन ने नया प्रपाेजल तैयार किया है। काॅलेज के सामने ट्रस्ट की जमीन पर इमरजेंसी विंग (ट्राेमा यूनिट) भवन तैयार करने का प्रस्ताव तैयार किया है।
कलेक्टर और काॅलेज प्रबंधन कल्याण आराेग्य सदन ट्रस्ट पदाधिकारियाें से जमीन काे लेकर बातचीत कर चुके हैं। सरकार और राजमेस काे प्रस्ताव दिया है। मंजूरी मिलने के बाद इमरजेंसी विंग तैयार कराने का काम शुरू किया जाएगा।
मेडिकल कॉलेज में संभाग स्तर की सुविधाएं जुटा रहे : प्रो. कोचर
एसके मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. शिवरतन कोचर का कहना है कि मेडिकल काॅलेज में संभाग स्तर की सुविधाएं जुटानी है। क्याेंकि सीकर संभाग बन चुका है। काॅलेज परिसर में जमीन काे लेकर दिक्कत है। इसलिए हमने प्रस्ताव तैयार किया है। काॅलेज के सामने जाे ट्रस्ट की जमीन खाली है। उस पर ट्राेमा यूनिट बनाई जा सकती है। ट्रस्ट अस्पताल भवन में भी मल्माेनरी मेडिसिन और कैंसर यूनिट चलाई जा सकती है। राज्य सरकार काे प्रस्ताव भिजवा दिया है।
उल्लेखनीय है कि सांवली में 300 बेड का मल्टी स्टाेरी अस्पताल भवन का निर्माण चल रहा है, जो जाे इसी साल अंत तक बन जाएगा। नए अस्पताल में सुपर स्पेशिलिटी समेत सर्जरी, ऑर्थाे, मनाेराेग, बर्न समेत कई डिपार्टमेंट शिफ्ट हाेंगे। सांवली में सेंट्रल लैब और दूसरी सुविधा जुटाने का प्लान है। क्याेंकि एसके अस्पताल परिसर में जगह की कमी है। इसलिए सुपर स्पेशिलिटी सेवाएं शुरू करने में दिक्कत है