एनआईटी में नई शिक्षा नीति पर हुई कार्यशाला
श्रीनगर। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान उत्तराखंड में नई शिक्षा नीति (एनईपी) की समझ विषय पर एक कार्यशाला आयोजित की गई। इसमें नई शिक्षा नीति के माध्यम से भारत को विश्व गुरु बनाए जाने और इसे आम जन तक पहुंचाने पर चर्चा हुई।
शुक्रवार को कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए मुख्य अतिथि एनआईटी के निदेशक प्रो. ललित कुमार अवस्थी ने कहा कि नई शिक्षा नीति 21वीं सदी के आधुनिक विचारों को जोड़ने की परिकल्पना पर आधारित है। केंद्रीय विद्यालय के प्रधानाचार्य मनीष भट्ट ने नई शिक्षा नीति के तहत विद्यालय में आयोजित गतिविधियों की जानकारी दी। विशिष्ठ अतिथि गढ़वाल विश्वविद्यालय की सांख्यिकीय सहायिका अर्चना सजवान ने नई शिक्षा नीति के पाठ्यक्रमों और उनके महत्व तथा कार्यक्षेत्र के बारे में बताया। इस मौके पर एनआईटी के कुलसचिव डॉ. धर्मेंद्र त्रिपाठी, डीन अकादमिक डॉ. लालता प्रसाद, कार्यक्रम संचालिका डॉ. रेनू बडोला डंगवाल, एनईपी के समन्वयक डॉ. नितिन शर्मा व डॉ. सरोज रंजन आदि मौजूद थे।