पर्यटन विकास के लिए 20 दिन में मास्टर प्लान बनाने के निर्देश
पिथौरागढ़। डीएम रीना जोशी ने केंद्र सरकार की स्वदेश दर्शन 2.0 के तहत डेस्टिनेशन मैनेजमेंट कमेटी (डीएमसी) के साथ बैठक की। इस दौरान डीएमसी ने प्रोजेक्ट डेवलपमेंट मैनेजमेंट कंसल्टेंसी (पीडीएमसी) के प्रोजेक्ट मैनेजर ने जनपद में टूरिज्म विकास को लेकर किए गए सर्वे, टूरिज्म की संभावनाओं और चुनौतियों पर पावर प्रेजेंटेशन के माध्यम से जानकारी दी। बृहस्पतिवार को हुई बैठक में डीएम ने पीडीएमसी के प्रोजेक्ट मैनेजर को उच्च हिमालयी क्षेत्र गुंजी, ज्योलिकांग और नाभीढांग में पर्यटन विकास की दृष्टि से होने वाले निर्माण और विकास कार्यों का मास्टर प्लान बनाकर 20 दिन के भीतर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि निर्माण और विकास कार्यों का मास्टर प्लान बनाते हुए इस बात का ध्यान रखा जाए कि प्राकृतिक सुंदरता प्रभावित नहीं हो पाए।
निर्माण कार्य में कुमाऊं संस्कृति की झलक दिखाई दे और निर्माण कार्य में पत्थरों का प्रयोग किया जाए। निर्माण और विकास कार्य सुरक्षित स्थानों पर ही प्रस्तावित किया जाए। मास्टर प्लान में एसटीपी टैंक निर्माण और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन की भी व्यवस्था शामिल की जाए। बैठक में डीएफओ जीवन मोहन, जिला पर्यटन विकास अधिकारी कीर्ति आर्या, ईओ राजदेव जायसी, सीओ नरेंद्र पंत, प्रोजेक्ट मैनेजर पीडीएमसी उत्तराखंड साम्राज्ञी पाल, अशोक भंडारी, मनीष मखौलिया मौजूद रहे