आगरा में कार्डियोलॉजी की 29 वीं वार्षिक सम्मेलन का आयोजन किया गया
आगरा। 29वां वार्षिक सम्मेलन आयोजन सचिव डॉ. हिमांशु यादव एवं डॉविनेश जैन द्वारा आयोजित किया गया। -पूरे देश से विख्यात कार्डियोलॉजिस्ट जैसे एसजीपीजीआई, केजीएमयू, एम्स से डाक्टर आय और हृदय से संबंधित सभी बीमारियों एवं उनके नवीनतम इलाज पर चर्चा की। आगरा में आयोजित यह अब तक का सबसे बड़ा कार्डियोलॉजी सम्मेलन है। मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. रमाकांत पंडा आये. यूपी सीएसआई के सचिव डॉ. शरद चंद्र ने इस सम्मेलन के अतीत के कार्यों और भविष्य में होने वाले सम्मेलन पर विस्तार से चर्चा की। इस सम्मेलन में चर्चा से निकलने वाले परिणामों से डाक्टर हृदय रोग बीमारियों को बेहतर समझ पायेंगे और अपने मरीज़ों का बेहतर इलाज़्क़ कर सकेंगे
डॉ. रमाकांत पांडा ने कहा !
डॉ. रमाकांत पांडा, दुनिया के अग्रणी हार्ट सर्जन और अध्यक्ष, एशियन हार्ट इंस्टीट्यूट, मुंबई*
“अस्पताल अगले 25 वर्षों में एपिसोडिक से निरंतर निवारक प्रबंधन में बदलाव करेंगे। देखभाल का मुख्य बिंदु अस्पतालों से घरों में स्थानांतरित हो जाएगा क्योंकि एआई की दिल के दौरे की पहचान करने और भविष्यवाणी और शीघ्र पता लगाने के माध्यम से रोकथाम को बढ़ाने की क्षमता का एहसास होता है। जबकि एआई स्वयं प्रत्यक्ष कार्रवाई नहीं कर सकता है, पहनने योग्य उपकरणों के माध्यम से एकत्र किए गए बड़ी मात्रा में डेटा का विश्लेषण करने और सटीक भविष्यवाणियां करने की इसकी क्षमता मानव क्षमताओं से अधिक है, जो बेहतर परिणामों का मार्ग प्रशस्त करती है, “दुनिया के अग्रणी कार्डियक सर्जन और एशियाई के अध्यक्ष डॉ. रमाकांत पांडा ने कहा। कार्डिकॉन2024 में हृदय संस्थान।
डॉ हिमांशु यादव ने कहा की उन्हें ख़ुशी है कि उन्हें आगरा में यह सम्मेलन कराने का मौक़ा मिला और आगरा को कार्डियोलॉजी के छेत्र में एक नयी पहचान मिली