अक्षया हत्याकांड की गवाह पर हमले का खुलासा हमलावरों की हत्या के आरोपियों से दुश्मनी; जमानत न हो, इसलिए टारगेट की गवाह
ग्वालियर में चर्चित पूर्व DGP सुरेन्द्र यादव की नातिन अक्षया की हत्या के मामले में गवाह करुणा शर्मा पर दो दिन पहले हुए हमले का खुलासा पुलिस ने कर दिया है। गवाह ने हमला करने वालों के पीछे अक्षया हत्याकांड के आरोपियों का हाथ होने का आरोप लगाया था। जब पुलिस ने असली हमलावरों को पकड़ा तो कहानी कुछ और ही सामने आई है।
पकड़े गए हमलावर कैंडी तिवारी, परख चौरसिया और गुलशन मराठा की अक्षया हत्याकांड के आरोपियों से व्यक्तिगत दुश्मनी थी। वो नहीं चाहते थे कि हत्या आरोपियों की जमानत हो। यही कारण है कि उन्होंने अक्षया हत्याकांड की गवाह पर हमला कर शक की सुई हत्या आरोपियों की ओर मोड़ दी। हमला करने वाले पांच आरोपी थे। जिनमें तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर मामले का खुलासा किया है, जबकि दो फरार हैं।
ग्वालियर माधौगंज इलाके में 10 जुलाई 2023 को पूर्व डीजीपी की नातिन अक्षया यादव हत्याकांड की चश्मदीद गवाह की मां व गवाह करुणा शर्मा पर 27 फरवरी को बाइक सवार दो नकाबपोशों ने दिनदहाड़े फायरिंग की थी और गवाही न देने की धमकी दी थी। जिसकी शिकायत उन्होंने माधौगंज थाना में की थी। महिला पर हुई दिनदहाड़े फायरिंग की घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर तत्काल टीम में बनाकर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी थी।
इस दौरान पुलिस ने आरोपियों साक्ष्यों के आधार पर आरोपियों के हुलिया और घटना में प्रयुक्त की गई बाइक की गतिविधियों के आधार पर अपने मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया और इस आधार पर तीन आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से घटना में प्रयुक्त बाइक और एक देसी कट्टा और एक देशी पिस्टल सहित 20 जिंदा कारतूस बरामद भी किए है।
हत्या आरोपियों को फंसाकर दुश्मनी का बदला लेना था मकसद
फायरिंग करने वाले गिरफ्तार आरोपियों से जब पुलिस ने पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि इस घटना में पांच लोग शामिल थे। जिनमें दो लोगों ने वारदात को अंजाम दिया था। आरोपियों ने बताया कि अक्षया हत्याकांड में जो आरोपी जेल व बाल संप्रेषण गृह में बंद है। उनसे उनका विवाद रहता था और वह लोग नहीं चाहते थे कि हत्याकांड में जो आरोपी जेल में बंद है वह जेल से बाहर आए। इसीलिए मुख्य गवाह पर फायरिंग की ताकि जेल में बंद आरोपियों पर शक जाए और केस उन पर ही पलट कर लग जाए ताकि उनकी जमानत न हो सके।
खास बात यह है कि आरोपियों के पास से जो गाड़ी बरामद हुई है आरोपियों ने उसका भी हुलिया पूरी तरह से बदल दिया था ताकि गाड़ी की पहचान ना हो सके। पकड़े गए आरोपियों की पहचन कैंडी तिवारी, परख चौरसिया और गुलशन मराठा के रूप में हुई है। यह एकता बिहार कॉलोनी गुढ़ा, गणेश विहार नादरिया माता गुढ़ा के निवासी बताए जा रहे हैं। साथ ही गोलू पाठक और बेटू चौरसिया अभी फरार हैं जिनकी तलाश शुरू कर दी है।
पुलिस का कहना
इस मामले में एसएसपी ग्वालियर राजेश सिंह चंदेल ने बताया कि अक्षया हत्याकांड की गवाह पर फायरिंग करने वाले तीन आरोपियों को पकड़ा गया है, जबकि दो आरोपी फरार हैं। हमलावरों ने अक्षया हत्याकांड के आरोपियों से अपना बदला लेने के लिए यह हमला किया था जिससे शक उन पर जाए और उनकी जमानत न हो सके।