रणजी ट्रॉफी : जयदेव उनादकट ने पहले ही ओवर में ली ऐतिहासिक हैट्रिक, दिल्ली के बल्लेबाजों पर कहर बनकर टूटे
सौराष्ट्र के कप्तान जयदेव उनादकट ने रणजी ट्रॉफी मुकाबले में दिल्ली के खिलाफ धमाकेदार वापसी की और इतिहास रच दिया। सौराष्ट्र क्रिकेट स्टेडियम पर खेले जा रहे मुकाबले में बाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने पहले ही ओवर में हैट्रिक ले ली। बता दें कि दिल्ली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था।
जयदेव उनादकट ने अपने स्पेल के केवल 3 ओवर में दिल्ली के 6 बल्लेबाजों को आउट कर डाला। दिल्ली का स्कोर एक समय केवल 10 रन पर सात विकेट हो गया था। इसमें उनादकट के 6 विकेट शामिल हैं। उनादकट अपने होम ग्राउंड पर दिल्ली के बल्लेबाजों पर कहर बनकर टूटे और विकेटों की झड़ी लगा दी।
उनादकट ने पहले ही ओवर में हैट्रिक ली। उन्होंने ध्रूव शोरे, वैभव रावल और कप्तान यश धुल को अपना शिकार बनाया। तीनों ही बल्लेबाज खाता नहीं खोल सके। जयदेव उनादकट रणजी ट्रॉफी मैच में पहले ही ओवर में हैट्रिक लेने वाले पहले गेंदबाज बने। दिल्ली ने पहले ओवर में बिना कोई रन जुटाए तीन विकेट गंवा दिए थे। चिराग जानी ने अगले ओवर में आयुष बदोनी को खाता नहीं खोलने दिया और दिल्ली के शीर्ष चार बल्लेबाज बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए।
उनादकट ने फिर अपने अगले ओवर में जोंटी सिधू और ललित यादव को शिकार बनाया। सौराष्ट्र के कप्तान ने लक्ष्य थरेजा (1) को अपना छठा शिकार बनाया। दिल्ली ने 10 रन पर सात विकेट गंवा दिए थे। यहां से प्रांशू विजयरन (15) और ऋतिक शौकीन (40*) ने 43 रन की साझेदारी करके दिल्ली को 50 रन के पार पहुंचाया। मांकड ने प्रांशू को पवेलियन की राह दिखाई। दिल्ली ने खबर लिखे जाने तक 24 ओवर में 8 विकेट खोकर 75 रन बना लिए हैं। शौकीन के साथ शिवांक वशिष्ट (15*) क्रीज पर जमे हुए हैं।
जयदेव उनादकट ने हाल ही में 12 साल बाद भारतीय टीम में वापसी की थी। उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे टेस्ट में हिस्सा लिया और तीन विकेट लिए। उनादकट ने भारत के लिए दो टेस्ट में तीन विकेट लिए। इसके अलावा 7 वनडे में 8 विकेट लिए। उन्होंने 10 टी20 इंटरनेशनल मैचों में 14 विकेट लिए। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में बाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने 97 मैचों में 356 विकेट चटकाए। लिस्ट ए क्रिकेट में उन्होंने 116 मैचों में 168 विकेट लिए। उनादकट ने 120 टी20 मैचों में 210 विकेट झटके।