पिचिंग प्रतियोगिता में दिल्ली पब्लिक स्कूल रानीपुर, हरिद्वार ने मारी बाजी
श्रीनगर। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) उत्तराखंड में उद्यमशीलता की भावना का ज्ञानवर्धन शीर्षक पर पांच दिवसीय आवासीय बूटकैंप आयोजित किया गया। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्निकल टीचर्स ट्रेनिंग एंड रिसर्च चंडीगढ़ के उद्यमिता और ग्रामीण विकास केंद्र के सहयोग से आयोजित इस बूटकैंप का उद्देश्य आठवीं कक्षा से आगे के छात्रों को उत्पाद डिजाइन, व्यावसायिक सोच, बिजनेस मॉडलिंग आदि विषयों की जानकारी देनी थी। इस मौके पर पिचिंग प्रतियोगिता में दिल्ली पब्लिक स्कूल रानीपुर हरिद्वार के छात्रों की ओर से तैयार मॉडल सर्वश्रेष्ठ रहा।
पांच दिवसीय शिविर के समापन मौके पर एनआईटी के निदेशक प्रो. ललित कुमार अवस्थी ने अपने ऑनलाइन संबोधन में कहा कि यह कार्यक्रम उन युवा नवप्रवर्तकों के लिए डिजाइन किया गया है जो भविष्य में उद्यमिता का मार्ग अपनाकर नौकरी खोजने के बजाय रोजगार के अवसरों का निर्माण करना चाहते हैं। एचआईआईएमएस अस्पताल के आईपीडी प्रमुख डॉ. अनु भारद्वाज ने आयुर्वेद में उद्यमिता के अवसर, सौरभ नंदा ने व्यक्तित्व परीक्षण एवं मानसिकता, अमित दास ने आइडिया जनरेशन, आईआईटी कानपुर के अमित शुक्ला ने प्रौद्योगिकी और उद्यमिता एवं एनआईटीटीटीआर चंडीगढ़ के चेतन सहोरे ने उद्यमिता की मूल बातें और उद्यमिता में उद्देश्य की भूमिका और तरीके, व्यवसाय योजना, फंडिंग मॉडल और राजस्व मॉडल, पिचिंग की मूल बातें आदि विषयों पर विचार रखे।
इस मौके पर छात्रों ने व्यावसायिक मॉडल का प्रदर्शन किया। जिसमें दिल्ली पब्लिक स्कूल रानीपुर, हरिद्वार के मानव चौहान, अगस्त्य पांडेय, पुलकित राजपूत की टीम को विजेता घोषित किया गया। शिविर में मां आनंदमयी मेमोरियल स्कूल देहरादून के तीन छात्र, द रॉयल कॉलेज देहरादून से एक छात्र, स्टेपिंग स्टोंस स्कूल चंडीगढ़ से एक छात्र तथा दिल्ली पब्लिक स्कूल रानीपुर, हरिद्वार से 20 छात्रों ने प्रतिभाग किया। समापन समारोह में प्रभारी कुलसचिव डॉ. धर्मेंद्र त्रिपाठी, श्री राम गोपाल, डॉ. डुंगली श्रीहरि और डॉ. टी सुधाकर आदि मौजूद थे