रुद्रपुर बाईपास में एक फ्लाईओवर, दो आरओबी, छह छोटे पुल का होगा निर्माण
हाईवे बनने से पहले यूपी व रुद्रपुर के 15 गांवों के लोगों को दिया जा रहा 340 करोड़ का मुआवजा
रुद्रपुर। शहर को जाम से निजात दिलाने के लिए एनएचएआई की ओर से रुद्रपुर बाईपास का जल्द निर्माण कार्य किया जाएगा। 21.476 किमी लंबी फोरलेन सड़क में 300 मीटर का एक फ्लाईओवर, दो रेलवे ओवरब्रिज, दो विकल ओवरपास, छह छोटे पुल, सात विकल अंडरपास का 589 करोड़ रुपये की लागत से निर्माण होगा।
दिल्ली और बाहरी राज्यों से आने वाले वाहनों को शहर के बाहर से निकालने के लिए कई वर्षों से प्रयास किए जा रहे थे। इससे पहले सरकार ने रिंग रोड बनाने के लिए लोनिवि को जिम्मा दिया था लेकिन बजट नहीं मिलने पर प्रस्ताव ठंडे बस्ते में चला गया। रिंग रोड की तर्ज पर ही एनएचएआई को रुद्रपुर बाईपास बनाने की जिम्मेदारी दी गई। एनएचएआई ने फोरलेन सड़क निर्माण के लिए हरियाणा की गाबड़ कंस्ट्रक्शन कंपनी को ठेका दिया है।
कंपनी की ओर से फिलहाल रुद्रपुर बाईपास के डिजाइन का कार्य गतिमान है। एनएचएआई ने रुद्रपुर बाईपास के निर्माण के लिए यूपी के रामपुर और यूएस नगर की 104.247 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया है। दोनों जिलों के करीब 500 लोगों की कृषि और गैर कृषि भूमि का अधिग्रहण करने पर सरकार की ओर से कुल 340 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जा रहा है।
इन जगह होंगे विभिन्न निर्माण कार्य
रुद्रपुर। एनएचएआई के साइट इंजीनियर तुषार गुप्ता ने बताया कि रामपुर जिले के बिलासपुर के इंदरपुर में रेलवे लाइन के ऊपर फोरलेन आरओबी का निर्माण होगा। आरओबी के बाद 300 मीटर का फ्लाईओवर का निर्माण किया जाएगा। एक रेलवे ओवरब्रिज रुद्रपुर के कल्याणपुर में पड़ने वाली रेलवे लाइन के ऊपर बनेगा। दो विकल ओवरपास सिडकुल चौक में और एक बमरौला में राधा स्वामी सत्संग भवन के पास बनेगा। जबकि नदियों के ऊपर छह माइनर पुल बमरौला, इंदरपुर, दानपुर, खानपुर, बिंदुखेड़ा, चांदपुर में बनाए जाएंगे। इसी तरह काशीपुर हाईवे समेत मुख्य सड़कों में सात विकल अंडरपास (वीयूपी) का निर्माण होगा।
शहर पर कम होगा वाहनों का दबाव
रुद्रपुर। एनएच-74 राधा स्वामी सत्संग भवन के समीप शिमला पिस्तौर से रामपुर जिले के गांवों से होते हुए फोरलेन का निर्माण किया जाएगा। इसके बाद सड़क भगवानपुर होते हुए एनएच-74 से मिलेगी। वहां से सड़क सिडकुल को जाने वाले मार्ग से जुड़ेगी। इससे वाहनों को रुद्रपुर शहर के अंदर आने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसके साथ ही शहर में बाहरी वाहनों का दबाव कम हो जाएगा।
हरियाणा की गाबड़ कंस्ट्रक्शन कंपनी रुद्रपुर बाईपास का डिजाइन तैयार कर रही है। इसके साथ ही अन्य कागजी कार्यवाही चल रही हैं। एसएलओ कार्यालय की ओर से अधिग्रहण की गई भूमि का मुआवजा लोगों को दिया जा रहा है। मुआवजा पूरा बंटने के बाद रुद्रपुर बाईपास का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। -मीनू परियोजना प्रबंधक, एनएचएआई।