डेविस कप: फिनलैंड में धीमे कोर्ट से भारतीय टेनिस खिलाड़ियों को मिली राहत
भारतीय टेनिस टीम को उस समय सुखद आश्चर्य हुआ जब उसने देखा कि फिनलैंड के खिलाफ होने वाले डेविस कप मुकाबले के लिए इंडोर हार्ड कोर्ट उनकी उम्मीदों के अनुरूप तेज नहीं हैं और उसमें कम उछाल है। भारतीय खिलाड़ियों को मंगलवार को मैच कोर्ट पर अभ्यास करने का मौका मिला।
यह कोर्ट आइस हाकी स्टेडियम में अस्थायी तौर पर तैयार किया गया है और पहली हिट के बाद पता चला कि इससे भारतीय टीम को फायदा मिल सकता है। भारत के गैर खिलाड़ी कप्तान रोहित राजपाल ने कहा कि वह तेज हार्ड कोर्ट की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं है।
राजपाल ने कहा, ‘उन्होंने बर्फ को बाहर निकालकर लकड़ी के तख्त लगाए और उनके ऊपर कोर्ट बिछा दिया। इसलिए इसमें कम उछाल है जो हमारे अनुकूल है, लेकिन कोर्ट धीमा भी है, जो हमारे लिए अच्छा नहीं है। यूरोपीय अधिकतर क्ले कोर्ट पर खेलते हैं जो धीमे होते हैं, इसलिए उन्हें रैलियां पसंद हैं और यह उनका मजबूत पक्ष है। हमारे भारतीय खिलाड़ी ऐसा नहीं करते हैं, लेकिन कम उछाल से निश्चित तौर पर हमें फायदा मिलेगा और हम उसी के अनुसार अपनी रणनीति बनाएंगे।
राजपाल से पूछा गया कि रामकुमार रामनाथन और प्रजनेश गुणेश्वरन को कम उछाल वाला कोर्ट कैसे फायदा पहुंचाएगा, जबकि उन्होंने अपना अधिकतर समय यूरोप में अभ्यास करते हुए या खेलते हुए बिताया है, तो उन्होंने कहा, ‘रामकुमार और प्रजनेश दोनों सपाट शाट जमाते हैं और कम उछाल से उन्हें मदद मिलेगी। आप अधिक उछाल वाले कोर्ट पर ऐसा नहीं कर सकते हैं।’
दो दिवसीय मुकाबला शुक्रवार को शुरू होगा। इस मुकाबले का विजेता 2022 में होने वाले क्वालीफायर्स के लिए क्वालीफाई करेगा, जबकि हारने वाली टीम अगले साल विश्व ग्रुप एक में अपना स्थान बरकरार रखने के लिए प्लेआफ में खेलेगी।